टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 22 फरवरी 2019 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से - सियोल शांति पुरस्कार और बिहार सिविल सेवा शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिला सियोल शांति पुरस्कार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दक्षिण कोरिया में सियोल शांति पुरस्कार 2018 से नवाज़ा गया है. पीएम मोदी यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय हैं. प्रधानमंत्री मोदी को उनकी आर्थिक नीतियों और विकासोन्मुखी कार्यों के लिए यह सम्मान दिया गया है. पीएम मोदी ने इसे 130 करोड़ भारतीयों का सम्मान बताया है. पीएम मोदी से पहले यह पुरस्कार संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिवों कोफी अन्नान और बान की-मून को भी मिल चुका है.
पुरस्कार समिति ने भारत में अमीर और गरीब के बीच के सामाजिक और आर्थिक अंतर को कम करने के लिए उनकी 'मोदीनॉमिक्स' को सराहा है. सियोल शांति पुरस्कार सांस्कृतिक फाउंडेशन के चेयरमैन क्वॉन ई-हायोक की अध्यक्षता में सियोल के जंग-यू में हुई चयन समिति की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया था.
राष्ट्रपति ने चार अध्यादेशों को मंजूरी प्रदान की
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने 21 फरवरी 2019 को चार अध्यादेशों को मंजूरी दे दी है. अब यह चारों अध्यादेश क़ानून का रूप ले सकेंगे. इनमें मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) संबंधी विधेयक को दूसरी बार मंजूरी प्रदान की गई.
इसके अतिरिक्त सरकार ने कंपनी संचालन एवं अनुपालन रूपरेखा में गंभीर खाइयों को पाटने तथा देश में कारोबार सुगमता बेहतर करने के लिये कंपनी कानून में संशोधन को लेकर अध्यादेश जारी किया है. आधिकारिक गजट के अनुसार राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद कंपनी (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश-2019 प्रभावी हो गया है.
सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, बिहार सिविल सेवा के नियम '5ए' को किया निरस्त
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने एक महत्वपूर्ण फैसले में बिहार सिविल सर्विस (न्यायिक ब्रांच, रिक्रूटमेंट), रूल, 1995 के नियम 5ए निरस्त कर दिया. रिक्रूटमेंट, रूल, 1995 के नियम 5A के तहत पहले प्रारंभिक परीक्षा में बैठने वाले दस गुना उम्मीदवारों को ही मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए बुलाया जाता था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस अरुण मिश्रा और नवीन सिन्हा की पीठ ने फैसले में कहा कि यह नियम स्पष्ट रूप से मनमाना है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले (मजहर सुल्तान) का उल्लंघन करता है. पीठ ने कहा कि फाइनल लिखित परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को सीमित करने का यह नियम किसी मकसद को पूरा नहीं करता.
NABH ने अस्पतालों के लिए एंट्री लेवल प्रमाणन प्रक्रिया हेतु HOPE पोर्टल शुरु किया
अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रमाणन बोर्ड एनएबीएच (NABH) ने एंट्री लेवल प्रमाणन प्रक्रिया को संशोधित किया है ताकि यह प्रक्रिया सरल, त्वरित, डिजिटल और इस्तेमाल में आसान हो सके. एनएबीएच ने इसके लिए एचओपीई (HOPE) नाम से एक नया पोर्टल बनाया है.
इसका उद्देश्य देशभर के अस्पतालों सहित स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे छोटी इकाइयों को उनके शुरुआती चरण में ही गुणवत्ता युक्त सेवाओं के लायक बनाना है. इसका लक्ष्य ऐसे स्वास्थ्य सेवा से जुड़े ऐसे संगठनों को गति प्रदान करना भी है जो एनएबीएच प्रमाणन हासिल कर भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDA) तथा आयुष्मान भारत से जुड़े लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, और इस तरह से देश में एक गुणवत्ता स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में मदद करना चाहते हैं.
भारत में पहली बार, वायुमंडल से पानी बनाने वाला वॉटर जनरेटर हुआ लॉन्च
रक्षा मंत्रालय की नवरत्न कंपनी भारत इलेक्ट्रोनिक लिमिटेड (बीईएल) ने एक नए उत्पाद एटमोस्फेरिक वॉटर जनरेटर (एडब्ल्यूजी) का 21 फरवरी 2019 को एयरो इंडिया 2019 में अनावरण किया है. यह उत्पाद दुनिया में पेयजल की बढ़ती हुई जरूरत को पूरा करने के लिए एक नवाचार समाधान उपलब्ध कराता है. सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने एडब्ल्यूजी का बीईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एम वी गौतम और कंपनी के निदेशकों तथा वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में उद्घाटन किया.
बीईएल का यह एटमोस्फेरिक वॉटर जनरेटर (एडब्ल्यूजी) वायुमंडल में मौजूद नमी से सीधे ही पानी बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है. वह दिन दूर नहीं जब पेयजल इस ग्रह पर सबसे कीमती चीज बन जाएगा. वर्तमान में भूजल ही पेयजल का मुख्य स्रोत है.
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