टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 18 दिसंबर 2020 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
पाकिस्तानी खिलाड़ी मोहम्मद आमिर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 28 साल के इस तेज गेंदबाज ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) पर 'मानसिक प्रताड़ना' का आरोप लगाया है. आमिर ने कहा कि ऐसे में वह क्रिकेट जारी नहीं रख पाएंगे.
मोहम्मद आमिर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के एक तेज गेंदबाज है. वे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं. वे 140-145 किलोमीटर प्रति घंटे नियमित रूप से गेंदबाजी करते हैं. मोहम्मद आमिर का जन्म 13 अप्रैल 1992 को पाकिस्तान में पंजाब के गुजर ख़ान में हुआ था.
रूस पर टोक्यो ओलंपिक से बाहर होने के साथ लगा 2 साल का बैन
रूसी खिलाड़ी और टीमें अगर डोपिंग मामलों में नहीं फंसते हैं या डोपिंग मामलों को नहीं दबाते हैं तो अगले साल तोक्यो ओलंपिक और 2022 में बीजिंग में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक के अलावा विश्व चैंपियनशिप और कतर में 2022 में होने वाले फुटबॉल विश्व कप में भाग ले सकती हैं.
विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने चार साल के प्रतिबंध की पेशकश की थी और उसकी अपेक्षा में रूस को कम सजा मिली है. रूस के लिये छोटी जीत प्रमुख प्रतियोगिताओं में टीम का प्रस्तावित नाम भी है. पंचाट ने कहा कि अगर ‘तटस्थ खिलाड़ी’ या ‘तटस्थ टीम’ शब्दों को भी समान महत्व दिया जाता है तो खिलाड़ियों की पोशाक पर ‘रूस’ नाम बरकरार रह सकता है.
मानव विकास सूचकांक 2020: भारत 131वें स्थान पर, जानें पाकिस्तान किस स्थान पर
मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) किसी राष्ट्र में स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन स्तर का मापन है. हालांकि, यूएनडीपी का कहना है कि सूची में भारत के फिसलने का यह मतलब कतई नहीं कि वहां काम नहीं हो रहा है, बल्कि इसका अर्थ यह है कि अन्य देशों ने बेहतर काम किया है.
मानव विकास रिपोर्ट 2020 के मुताबिक, साल 2019 में जन्मे भारतीयों की जीवन प्रत्याशा 69.7 साल आंकी गई, जबकि बांग्लादेश में यह 72.7 साल रही. जीवन प्रत्याशा के मामले में पड़ोसी देश पाकिस्तान पीछे रहा. वहां जीवन प्रत्याशा 67.3 साल आंकी गई. रिपोर्ट के मुताबिक, मानव विकास सूचकांक में नॉर्वे शीर्ष स्थान पर रहा.
अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस 2020: जानें इसका इतिहास और महत्व
अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस 2020 का विषय ‘Reimagining Human Mobility’ है. इस वर्ष का अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस कोविड-19 (COVID-19) के प्रभाव से प्रवासियों के संरक्षण पर समर्पित होगा. किसी भी देश का नागरिक जब काम की तलाश में अपने देश को छोड़कर दूसरे देश में जाकर बस जाता है, तो उसे प्रवासी कहा जाता है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 18 दिसंबर 1990 को सभी प्रवासी श्रमिकों के अधिकारों और उनके परिवार के सदस्यों के संरक्षण पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन अपनाया गया. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 04 दिसम्बर 2000 को सम्पूर्ण विश्व में बढ़ते प्रवासियों की संख्या को देखते हुए को 18 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की.
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