Manipur, Meghalaya and Tripura Statehood Day 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जनवरी 2022 को मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा के स्थापना दिवस पर इन राज्यों की जनता को बधाई दी और देश के विकास में उनके योगदान की प्रशंसा की. मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा आज (21 जनवरी) अपना स्थापना दिवस मना रहे हैं.
इन्हें 21 जनवरी, 1972 को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था. प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा के स्थापना दिवस पर वहां की जनता को बहुत बधाई और शुभकामनाएं. उन्होंने कहा कि ये राज्य देश के विकास में अपना शानदार योगदान दे रहे हैं. उनकी प्रगति का सिलसिला जारी रहे, मैं कामना करता हूं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं ने तीनों राज्यों को स्थापना दिवस की बधाई दी है. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि मणिपुर, मेघालय एवं त्रिपुरा प्राकृतिक संपदा से भरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि यह तीनों राज्य हमारे पूर्वोत्तर की जीवंत संस्कृति एवं अनूठी परंपराओं का प्रतिनिधित्व करते हैं.
तीनों राज्यों का 1972 में हुआ था गठन
आपको बता दें कि साल 1972 में आज ही के दिन मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा को राज्यों को दर्जा प्राप्त हुआ था. पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम 1971 के तहत मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा को 21 जनवरी 1972 को अलग राज्यों का दर्जा प्रदान किया गया था.
त्रिपुरा का स्थापना दिवस: 21 जनवरी को त्रिपुरा का स्थापना दिवस मनाया जाता है. त्रिपुरा ने 21 जनवरी 1972 को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त किया था. त्रिपुरा भारत का एक राज्य है. त्रिपुरा दक्षिण एशिया के पूर्वोत्तर भाग में स्थित है. त्रिपुरा का क्षेत्रफल केवल 10,486 वर्ग किमी है और यह गोवा तथा सिक्किम के बाद भारत का तीसरा सबसे छोटा राज्य है.
मेघालय का स्थापना दिवस: प्रत्येक वर्ष 21 जनवरी को मेघालय का स्थापना दिवस मनाया जाता है. मेघालय को 21 जनवरी, 1972 को पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान किया गया था. त्रिपुरा और मणिपुर की पूर्व रियासतों को साल 1949 में भारत में मिलाया गया था.
मणिपुर का स्थापना दिवस: मणिपुर भारत का एक पूर्वोत्तर राज्य है. इसकी राजधानी इंफाल है. मणिपुर का अर्थ ‘आभूषणों की भूमि’ है. यह भारत की स्वतंत्रता के पहले रियासत थी. आपको बता दें कि इस राज्य में प्राकृतिक संसाधनों का प्रचुर भंडार है. यहां की प्राकृतिक रूप देखने योग्य है.
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