संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब ने हाल ही में संयुक्त डिजिटल करेंसी ‘अबेर’ (Aber) लॉन्च की है. इस संयुक्त डिजिटल मुद्रा का उपयोग दोनों देशों के मध्य ब्लॉकचेन तथा डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी के बीच वित्तीय भुगतान के लिए किया जायेगा.
यूएई तथा सऊदी अरब को डिजिटल मुद्रा से लाभ
• इस डिजिटल मुद्रा के द्वारा वित्तीय विनिमय के लिए एक और विकल्प उपलब्ध होगा.
• आरंभ में इस मुद्रा का उपयोग सीमित बैंकों में किया जायेगा, बाद में इसे धीरे-धीरे अन्य स्रोतों द्वारा भी उपलब्ध कराया जायेगा.
• इस मुद्रा की तकनीकी, आर्थिक तथा कानूनी आवश्यकता का अध्ययन करने के बाद इस मुद्रा के उपयोग का विस्तार किया जायेगा.
• डिजिटल मुद्रा अबेर केन्द्रीय बैंक तथा अन्य बैंकों के बीच डिस्ट्रिब्यूटेड डाटा के उपयोग पर निर्भर है. यह ब्लॉकचेन पर आधारित मुद्रा है.
ब्लॉकचेन तकनीक क्या है? |
ब्लॉकचेन एक प्रकार का डिजिटल बही खाता है, इसमें डाटा क्लाउड में सुरक्षित रखा जाता है. यह डाटा स्टोरेज की सुरक्षित प्रणाली है. इसमें डाटा को कॉपी किये बिना विकेंद्रीकृत किया जाता है. यह काफी सुरक्षित व पारदर्शी है. इस टेक्नोलॉजी का उपयोग क्रिप्टोकरेंसी में बड़े पैमाने पर किया जाता है. इसके अलावा वित्तीय लेन-देन, क्राउड-फंडिंग, गवर्नेंस, फाइल स्टोरेज और इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स इत्यादि में इसका उपयोग किया जाता है. |
डिजिटल मुद्रा के लाभ
• डिजिटल मुद्रा का लेनदेन मुख्यतः इंटरनेट पर होता है. डिजिटल वॉलेट एक तरह का अकाउंट है जिसमे आप अपनी डिजिटल मुद्रा रखते हैं.
• इंटरनेट के माध्यम से डिजिटल मुद्रा का एक डिजिटल वॉलेट से दूसरे डिजिटल वॉलेट में ट्रांसफर किया जाता है.
• इस प्रक्रिया में बैंक जाने की ज़रूरत नहीं पड़ती है इसलिए इसे सुरक्षित माना जाता है.
• डिजिटल वॉलेट को फोन, कंप्यूटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के माध्यम से इस्तेमाल किया जा सकता है.
• डिजिटल मुद्रा को किसी भी अन्य मुद्रा जैसे रुपया, डॉलर आदि के बदले में डिजिटल मुद्रा एक्सचेंज के तहत ख़रीदा जा सकता है.
• डिजिटल मुद्रा को क्रिप्टो करेंसी भी कहा जाता है. लाइटकोइन, एथ्यूरम, बिटकॉइन आदि सभी डिजिटल मुद्राओं के लोकप्रिय उदाहरण हैं.
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