केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 20 जुलाई 2016 को उत्तर प्रदेश स्थित गोरखपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना हेतु मंजूरी प्रदान की.
इस संस्थान की स्थापना प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत की जाएगी.
परियोजना के मुख्य बिंदु
• गोरखपुर में एम्स की स्थापना के लिए 1011 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे.
• इस अनुमानित लागत में आवर्ती व्यय (मजदूरी, वेतन और संचालन, रखरखाव आदि) शामिल नहीं है.
• आवर्ती व्यय को नए बन रहे एम्स के वार्षिक बजट से पूरा किया जायेगा.
• इस संस्थान में 750 बिस्तरों वाले अस्पताल की व्यवस्था की जाएगी साथ ही आपातकाल, आईसीयू एवं सुपर स्पेशलिटी केंद्र भी स्थापित किया जायेगा.
• इसमें एक प्रशासनिक खंड, आयुष खंड, ऑडिटोरियम, रात्रि निवास, हॉस्टल एवं निवास क्षेत्र की भी व्यवस्था की जाएगी.
• इस नए एम्स से यहां की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त होगी.
• इससे डॉक्टरों का एक ग्रुप भी तैयार होगा जिससे क्षेत्र में प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर के संस्थानों को कुशल स्वास्थ्य कर्मचारी मिल सकेंगे.
• इस संस्थान में क्षेत्रीय रोगों एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर अनुसंधान किया जायेगा.
पृष्ठभूमि
• एम्स की स्थापना देश में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत की जा रही है.
• इस योजना के तहत भुवनेश्वर, भोपाल, रायपुर, जोधपुर, ऋषिकेश एवं पटना में भी एम्स बनाये जायेंगे.
• रायबरेली में एम्स का कार्य प्रगति पर है.
• इसके अतिरिक्त, नागपुर (महाराष्ट्र), कल्याणी (पश्चिम बंगाल) एवं मंगलागिरी (आंध्र प्रदेश) में भी एम्स की स्थापना हेतु मंजूरी प्रदान की गयी.
Now get latest Current Affairs on mobile, Download # 1 Current Affairs App
Comments
All Comments (0)
Join the conversation