केंद्र सरकार ने डॉ. एमजी रामचंद्रन की जन्म शताब्दी पर 100 रुपए और 5 रुपए का सिक्का स्मारक के तौर पर जारी करने की घोषणा की. वित्त मंत्रालय की ओर से इस संबंध में 13 सितंबर 2017 को एक अधिसूचना जारी की गई थी. गौरतलब है कि एमजी रामचंद्रन एआईएडीएमके के संस्थापक थे और उनकी जन्म शताब्दी पर 100 रुपए और 5 रुपए का नया सिक्का जारी किया जाएगा.
सिक्के के बारे में विवरण:
100 रुपए के सिक्के के बारे में:
• 100 रुपए के सिक्के का व्यास 44 मिलीमीटर होगा.
• यह 50 फ़ीसदी सिल्वर, 40 फ़ीसदी कॉपर, 5 फ़ीसदी निकल और 5 फ़ीसदी जिंक से मिलकर बनेगा.
• 100 रुपए के सिक्के के अगले हिस्से पर केंद्र में अशोक स्तंभ की आकृति होगी जिसके केंद्र में देवनागरी लिपि में सत्यमेव जयते लिखा होगा.
• इसमें रुपी सिंबल के साथ साथ 100 रुपए भी लिखा हुआ होगा.
• वहीं सिक्के के पिछली तरफ डॉ एमजी रामाचंद्रन की तस्वीर अंकित होगी.
• 100 रुपए के सिक्के का मानक वजन 35 ग्राम होगा.
5 रुपए के सिक्के के बारे में:
• 5 रुपए के सिक्के का व्यास 23 मिलीमीटर होगा और इसका वजन 6 ग्राम होगा.
• वहीं 5 रुपए के सिक्के में 75 फ़ीसदी कॉपर, 20 फ़ीसदी जिंक और 5 फ़ीसदी निकल होगा.
एमजी रामचंद्रन के बारे में:
• एमजी रामचंद्रन का जन्म 17 जनवरी 1917 को श्रीलंका में हुआ था.
• वे वर्ष 1977 से लेकर वर्ष 1987 में उनके निधन तक वे तमिलनाडु राज्य के मुख्यमंत्री थे.
• उन्हे वर्ष 1988 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मनित किया गया.
• एमजी रामचंद्रन महात्मा गांधी के सिद्धांतों के बड़े प्रशंसक थे और इसलिए वे खादी के ही वस्त्र पहना करते थे.
• वे वर्ष 1967 में तमिलनाडू विधानसभा का सदस्य चुने गए थे.
• एमजी रामचंद्रन ने हमेशा तमिलनाडू में गरीबों, जरूरतमंदों और वंचित लोगों की भलाई का काम किया.
• उन्होंने तमिलनाडू में महिलाओं के लिए विशेष बस सेवा शुरू की और राज्य में मदर टेरेसा महिला विश्वविद्यालय तथा तमिलनाडू विश्वविद्यालय नामक दो शिक्षा संस्थान भी शुरू किए थे.
• वे भारत-चीन के बीच वर्ष 1962 में हुए युद्ध के बाद बन युद्ध कोष में धनराशि दान करने वाले पहले भारतीय थे.
• एमजी रामचंद्रन ने वर्ष 1972 में फिल्म ‘रिक्शाकरण’ में अपनी भूमिका के लिए बेस्ट एक्टर का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था.
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