भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (ICMR) ने उत्तर प्रदेश (यूपी) को कोविड -19 के लिए पूल परीक्षण शुरू करने की मंजूरी दे दी है. यह भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया है जो इस विधि को क्रियान्वित करेगा. पूल परीक्षण विधि में, स्वैब के कई नमूनों को एक साथ रखकर उनका परीक्षण किया जाता है. इस प्रक्रिया के क्रियान्वयन से कोविड -19 के निदान को तेज गति से करने में मदद मिलेगी.
उत्तर प्रदेश के प्रधान सचिव ने कहा कि, उनकी सरकार भी इस विधि का उपयोग करने के लिए प्रोटोकॉल के संबंध में निर्णय ले रही थी और इसे 14 अप्रैल से लागू किया जाना था. हमारे देश में महाराष्ट्र इस परीक्षण विधि का इस्तेमाल करने के लिए ICMR से अनुमति लेने वाला दूसरा राज्य बन गया है.
पूल परीक्षण विधि क्या है?
नमूना संग्रह का पूल परीक्षण एक एकल RTPCR (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन) का इस्तेमाल करके किया जाता है. इस विधि के तहत, कई स्वैब नमूनों को एक साथ रखकर उनका परीक्षण किया जाता है. अगर इन नमूनों का परिणाम नकारात्मक आता है, तो इससे पता चलता है कि संबद्ध स्वैब समूह के सभी नमूने नकारात्मक हैं. लेकिन अगर एक भी संग्रह का परिणाम सकारात्मक पाया जाता है, तो उन नमूनों में से प्रत्येक स्वैब का व्यक्तिगत रूप से परीक्षण किया जाएगा.
पूल परीक्षण विधि: मुख्य विशेषतायें
• यह विधि भारत के लिए फायदेमंद होगी जो परीक्षण किटों के साथ-साथ बुनियादी ढांचे की कमी से भी जूझ रहा है. इससे संसाधनों के बेहतरीन इस्तेमाल के साथ-साथ कोविड -19 स्क्रीनिंग भी बढ़ेगी.
• इस विधि का इस्तेमाल इस महामारी के अप्रत्यक्ष सामुदायिक प्रसार और विशाल स्तरीय संक्रमण के दौरान किया गया है.
• इज़राइल में शोधकर्ताओं ने यह भी महसूस किया कि, कोविड -19 के लिए 64 लोगों के संयुक्त नमूनों के परीक्षण ने स्क्रीनिंग प्रक्रिया को तेज कर दिया था और इसकी लागत भी काफी कम आई थी.
उत्तर प्रदेश में परीक्षण के लिए उपलब्ध इन्फ्रास्ट्रक्चर:
इस समय उत्तर प्रदेश में 10 प्रयोगशालाएं हैं जो प्रति दिन लगभग 2000 नमूनों का परीक्षण कर रही है. यह राज्य 14 नई प्रयोगशालाओं को भी इस काम में शामिल कर रहा है और इससे स्क्रीनिंग के बुनियादी ढांचे में भी इजाफ़ा होगा.
उत्तर प्रदेश में गत रविवार तक 550 मामले दर्ज किए गए थे. इसमें से 47 मरीज़ों को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई है. इस राज्य में कोरोना वायरस से अब तक कुल 5 मौतें हुई हैं. पीलीभीत में कोविड -19 के कुल 2 मामले सामने आये हैं और रिपोर्ट के अनुसार वे दोनों मरीज़ अब ठीक हो चुके हैं और फिर इसके बाद कोई नया मामला सामने नहीं आया है.
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