यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ड्रीम प्रॉजेक्ट रहे गोमती रिवर फ्रंट की न्यायिक जांच के आदेश जारी किए हैं. रिवर फ्रंट प्रॉजेक्ट में देरी और कथित अनियमितता की जांच सेवानिवृत्त जज को सौंपी गयी है.
27 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ द्वारा गोमती रिवर फ्रंट का दौरा किया, उन्होंने प्रॉजेक्ट के बजट पर सवाल उठाते हुए इसकी जांच के आदेश जारी किए.
जांच अधिकारी को जांच के लिए 45 दिनों का समय दिया गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से नए सिरे से बजट का एस्टिमेट तैयार करने के आदेश दिए. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गोमती नदी में एक भी नाला न गिरे यह सुनिश्चित किया जाए और मई तक गोमती का पानी साफ हो जाए.
प्रॉजेक्ट पर सीएम के सवाल-
- प्रॉजेक्ट में देरी पर सीएम ने नाखुशी जताई.
- उन्होंने प्रॉजेक्ट में अनियमितताओं के बारे में अधिकारियों से पूछा कि रिवर फ्रंट प्रॉजेक्ट में 6 किलोमीटर नदी को 3 मीटर गहराई में गहरा किया गया, उन्होंने सवाल किया कि खुदाई के बाद इतनी मिट्टी निकली तो कहां गई.
गोमती रिवर फ्रंट परियोजना-
- गोमती रिवर फ्रंट परियोजना का लोकार्पण 16 नवंबर 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया.
- परियोजना अभी भी अधूरी है.
- अखिलेश के इस ड्रीम प्रॉजेक्ट पर अब तक करीब 1,427 करोड़ रुपये खर्च किए गए.
- गोमती रिवर फ्रंट परियोजना के तहत गोमती नदी के दोनों किनारों का सौंदर्यीकरण किया गया.
- नदी किनारे जॉगिंग ट्रैक, साइकल ट्रैक और बच्चों के पार्क बनाए गए.
- बच्चों के लिए डिज्नी ड्रीम शो, टॉरनेडो फाउंटेन्स, वॉटर थिएटर बनाए गए.
- इसके अलावा योग केंद्र, विवाह भवन और ओपन थिएटर का भी निर्माण किया गया.
- गोमती के किनारे क्रिकेट और फुटबॉल स्टेडियम भी बनाया गया.
- स्टेडियम का नाम टेनिस खिलाड़ी गौस मोहम्मद के नाम पर रखा गया है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation