बाइडेन प्रशासन ने हाल ही में अप्रवासियों की कुछ श्रेणियों के लिए वर्क परमिट की समय सीमा को स्वचालित रूप से बढ़ाने की घोषणा की है. बता दें इसमें ग्रीन कार्ड वाले और डेढ़ साल के लिए रोजगार प्राधिकरण कार्ड (ईएडी) प्राप्त करने वाले एच -1 बी वीजा धारकों के जीवनसाथी को लाभ मिलेगा.
होमलैंड सिक्योरिटी विभाग द्वारा 03 मई 2022 को इसकी घोषणा की गई और इस कदम से हजारों भारतीय प्रवासियों को लाभ होने की संभावना है. होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने कहा कि मौजूदा ईएडी पर बताई गई समाप्ति तिथि से 180 दिनों तक की विस्तार अवधि स्वचालित रूप से 540 दिनों तक बढ़ा दी जाएगी.
If you've filed Form I-765 (Application for Employment Authorization), you may qualify for an up to 540-day automatic extension of an expired or expiring work permit. To determine if you qualify, visit: https://t.co/LsPPzeW3IR
— USCIS (@USCIS) May 4, 2022
यूएससीआईएस के निदेशक उर एम. जद्दौने कहा कि चूंकि यूएससीआईएस (यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज) लंबित ईएडी केसलोएड्स को संबोधित करने के लिए काम करता है. एजेंसी ने निर्धारित किया है कि रोजगार प्राधिकरण के लिए वर्तमान 180-दिवसीय स्वचालित विस्तार वर्तमान में अपर्याप्त है.
180-दिनों का स्वचालित विस्तार
यूएससीआईएस के मुताबिक, लंबित ईएडी नवीनीकरण आवेदन वाले गैर-नागरिक जिनका 180-दिनों का स्वचालित विस्तार समाप्त हो गया है और जिनकी ईएडी समाप्त हो गई है. उन्हें उनके ईएडी की समाप्ति तिथि से 04 मई 2022 से शुरू होने वाले और 540 दिनों तक चलने वाले रोजगार प्राधिकरण और ईएडी वैधता की एक अतिरिक्त अवधि प्रदान की जाएगी. वे अपना रोजगार फिर से शुरू कर सकते हैं यदि वे अभी भी 540-दिवसीय स्वचालित विस्तार अवधि के भीतर हैं और इसके लिए पात्र हैं.
इतने लाख प्रवासियों को रोजगार सुरक्षा
भारतीय-अमेरिकी समुदाय के नेता अजय जैन भूटोरिया ने कहा कि नियम में बदलाव से तात्कालिक रूप से लगभग 87,000 प्रवासियों को मदद मिलेगी जिनके कार्य परमिट की अवधि खत्म हो गई है या आगामी 30 दिनों में समाप्त होने वाली है. उन्होंने कहा कि सरकार का अनुमान है कि कार्य परमिट का नवीनीकरण करने वाले 4,20,000 प्रवासियों को रोजगार की सुरक्षा मिलेगी.
एच-1बी वीजा क्या है?
एच-1बी वीजा एक गैर-आव्रजन वीजा है. यह अमेरिकी कंपनियों को ऐसे विशेष व्यवसायों में विदेशी श्रमिकों को नियुक्त करने की अनुमति देता है जिनके लिए सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की जरूरत होती है. प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत-चीन जैसे देशों से प्रत्येक साल हजारों कर्मचारियों को काम पर रखने हेतु इस पर निर्भर हैं. एच-1बी वीजा कार्यक्रम भारतीयों सहित विदेशी पेशेवरों के बीच सबसे अधिक मांग वाला कार्य वीजा है.
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