संयुक्त राज्य अमेरिका ने क्वाड (QUAD) समूह के विस्तार का आह्वान करते हुए यह कहा है कि, समान विचारधारा वाले देशों और समूहों को स्वतंत्र और खुला हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए आपस में हाथ मिलाना होगा. नई दिल्ली में भारत-अमेरिकी मंच को संबोधित करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री स्टीफन बिएगुन ने यह आह्वान दिया था.
बिएगुन ने कहा कि, अन्य ऐसे समान विचारधारा वाले भागीदारों को शामिल करने के लिए इस समूह का विस्तार किया जा सकता है, जो एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि, क्वाड समूह दक्षिण-पूर्व एशिया में समुद्रों की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए 10 राष्ट्रीय आसियान ब्लॉक के साथ सहयोग बढ़ा सकता है.
उन्होंने इस बात भी बल दिया कि, क्वाड राष्ट्र आसियान देशों के साथ मिलकर प्रशासन, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और पारदर्शी डाटा साझा करने के क्षेत्रों में काम कर सकते हैं.
क्वाड को एक विशेष समूह बनाने का इरादा नहीं है: अमेरिका
अमेरिकी उपसचिव ने आगे यह भी कहा कि, क्वाड समूह बाध्यकारी दायित्वों से नहीं बल्कि, साझा हितों से जुड़ा हुआ है और इसका मकसद अपना एक अनन्य समूह कायम रखना नहीं है.
उन्होंने कहा कि कोई भी देश जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र को मुक्त और खुला चाहता है और जो यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने के लिए तैयार है, उस देश का क्वाड समूह के साथ काम करने के लिए स्वागत किया जाना चाहिए.
मिस्टर स्टीफन बिएगुन, इस महीने के अंत में भारत और अमेरिका के बीच मुख्य रूप से दो-प्लस-दो संवाद के तीसरे एडिशन के लिए आधार-कार्य को अंतिम रूप देने के लिए, 12 अक्टूबर, 2020 को तीन दिवसीय यात्रा के लिए नई दिल्ली आए थे. इस यात्रा के दौरान, अमेरिकी विदेश मंत्री और भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए दो देशों के सामान्य दृष्टिकोण पर ध्यान देने के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर व्यापक बातचीत की.
इससे पहले 6 अक्टूबर, 2020 को, क्वाड समूह के सभी विदेश मंत्रियों ने टोक्यो में मुलाकात की थी और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने के लिए अपनी सहमति व्यक्त की थी.
क्वाड समूह क्या है?
क्वाड समूह में चार राष्ट्र - अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान - शामिल हैं. इसकी शुरुआत वर्ष 2007 में तत्कालीन जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे, अमेरिकी उपराष्ट्रपति डिक चेनी, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री हावर्ड और भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच एक संवाद के रूप में हुई थी.
हालांकि, यह फोरम इन चार क्वाड राष्ट्रों में से कुछ में सरकारों में बदलाव के बाद अस्तित्व में नहीं रहा था.
वर्ष 2017 में आसियान शिखर सम्मेलन के मौके पर, इन चार सदस्य देशों के नेताओं के बीच चर्चा के बाद क्वाड समूह को पुनर्जीवित किया गया. इन चारों देशों ने दक्षिण चीन सागर में तनाव के बीच क्वाड गठबंधन को पुनर्जीवित करने पर अपनी सहमति व्यक्त की. यह तनाव चीन की बढ़ी हुई क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं के कारण उत्पन्न हुआ था.
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