2 मई 2016 को संयुक्त राज्य अमेरिका की नौ सेना ने सैन डियागो में दुनिया की सबसे बड़ी मानवरहित सतह पोत, सी हंटर का परीक्षण किया.
यह स्व–चालित 132 फुट लंबा जहाज छुपे हुए पनडुब्बियों और पानी के भीतर बने खदानों की खोज के लिए 10000 नॉटिकल मील की दूरी तय कर सकता है.
इसे इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि जहाज पर बिना किसी एक भी चालक दल के यह पोत समुद्र में हजारों मील की यात्रा कर सकता है.
पेंटागन की अनुसंधान शाखा, डिफेंस एडवान्स्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी (डीएआरपीए) ने इस जहाज को वर्जिनिया के लीयोडोस (Leidos) के साथ मिल कर बनाया है और यह अमेरिकी नौ सेना के साथ मिलकर परीक्षण करेगा.
समुद्री यातायात में टकराव से खुद के बूते बचने पर यह पोत किस प्रकार प्रतिक्रिया करता है, इस क्षमता की जांच के लिए इसका परीक्षण कैलिफोर्निया के तट पर अगामी दो वर्षों तक किया जाएगा.
सी हंटर वारशिप
• जहाज में डीजल के दो इंजन लगे हैं और यह अपनी गति 27 नॉट्स प्रति घंटे तक बढ़ा सकता है.
• यह 132 फीट–लंबा (40 मीटर) बिना शस्त्र वाला प्रोटोटाइप जहाज है जिसे बिना चालक दल के समुद्र के सतह पर क्रूज करने के लिए बनाया गया है.
• जहाज का दो वर्षों तक परीक्षण किया जाएगा. इसमें समुद्र में संचालन के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों को यह जहाज सुरक्षित तरीके से पूरा कर पाता है या नहीं इसका भी सत्यापन किया जाएगा.
• अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि दूसरे पोतों से बचने के लिए यह रडार और कैमरों का प्रयोग कर सकता है.
• यह गूगल के स्व–चालित कार के समकक्ष नौसैनिक है.
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