अमेरिका ने भारत को 22 गार्जियन मानवरहित ड्रोन की बिक्री को मंज़ूरी प्रदान कर दी है. इस सौदे पर सहमति अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा से ठीक पहले प्रदान की. हाल ही में दोनों शीर्ष नेताओं की पहली मुलाकात अमेरिका में होने वाली है. पीएम 26 जून को अमेरिकी दौरे पर जाएंगे.
सौदे को अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने मंज़ूरी दी है, और इसके बारे में भारत सरकार तथा ड्रोन की कैलिफोर्निया स्थित निर्माता कंपनी जनरल एटॉमिक्स को अवगत करा दिया गया है.
भारत की दृष्टि से ड्रोन का उपयोग -
हिन्द महासागर पर निगरानी रखने हेतु भारतीय नौसेना को यह मानवरहित सर्वेलेंस ड्रोन मिलने जा रहे हैं, और यह किसी ऐसे देश द्वारा पहला सौदा है, जो किसी नाटो गठबंधन का हिस्सा नहीं है.
यह सौदा लगभग दो अरब अमेरिकी डॉलर का है. भारत की दृष्टि से इस सौदे को मंज़ूरी मिल जाना द्विपक्षीय रक्षा संबंधों की परीक्षा में कामयाबी है. अमेरिका में ओबामा के राष्ट्रपति रहते हुए भारत को मेजर डिफेंस पार्टनर का दर्जा मिला था जिसे अमेरिकी संसद ने भी मंजूरी दी थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 जून 2017 को दो दिन की यात्रा के लिए अमेरिका रवाना होंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसी साल अप्रैल महीने में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की.
जनवरी में कार्यभार संभालने के बाद से वह जापान, ब्रिटेन तथा वियतनाम के नेताओं से भी मिल चुके हैं.
टिप्पणी-
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में फल-फूल रहे रिश्ते में मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद से गर्मजोशी की कमी आई थी, क्योंकि उन्होंने भारत के प्रतिद्वंद्वी चीन को अहमियत देना बेहतर समझा, ताकि उत्तरी कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को काबू में रखने के लिए उन्हें चीन से मदद हासिल हो सके.
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