केन्द्रीय नागरिक विमानन मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा हाल ही में वैश्विक विमानन शिखर सम्मेलन 2019 में विज़न 2040 दस्तावेज जारी किया गया. वैश्विक विमानन शिखर सम्मेलन 2019 का आयोजन मुंबई में किया जा रहा है. वर्ष 2019 के लिए इसका विषय है “फ्लाइंग फॉर ऑल”.
विज़न 2040 में 2040 तक हवाई यात्रियों की संख्या करीब छह गुना बढ़कर 1.1 अरब होने की उम्मीद जताई गई है. जबकि, परिचालन वाले हवाई अड्डों की संख्या बढ़कर करीब 200 हो सकती है.
विज़न-2040 के मुख्य बिंदु
- भारत में नागर विमानन उद्योग के लिए विजन 2040 दस्तावेज के मुताबिक, आने वाले समय में देश के पास अपना किराये पर विमान लेने का उद्योग होगा.
- वर्ष 2040 तक भारत द्वारा कर संरचना और पट्टे पर विमान देने की प्रक्रिया वैश्विक स्तर के बराबर होगी या फिर उससे भी आकर्षक होगी.
- दस्तावेज में बताया गया है कि 2040 में हवाई यात्रियों की संख्या छह गुना बढ़कर करीब 1.1 अरब होने का अनुमान है.
- वहीं 2040 में ऐसे करीब 190-200 हवाई अड्डे हो सकते हैं, जिनमें परिचालन हो रहा होगा.
- इस समय तक देश के शीर्ष 31 शहरों में दो हवाई अड्डे और दिल्ली तथा मुंबई में तीन-तीन हवाई अड्डे हो सकते हैं.
नागर विमानन मंत्री द्वारा जारी आंकड़े |
भारत द्वारा सबसे अधिक विमान बुक किये गये हैं. वर्तमान समय में 1,000 से ज्यादा विमानों की डिलिवरी लंबित है. बेड़ों में शामिल वाणिज्यिक विमानों की संख्या 2018 में 622 से बढ़कर 2040 में 2,359 हो सकती है. विदित हो कि वित्त वर्ष 2017-18 में भारत में हवाई यात्रियों की संख्या 18.7 करोड़ थी, जिन्होंने भारत से बाहर या फिर बाहर से भारत अथवा भारत के अंदर यात्रा की. वहीं भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण 125 से अधिक हवाईअड्डों का परिचालन करता है. यह भी जानना आवश्यक है कि भारत विश्व का सातवां सबसे बड़ा विमानन बाज़ार है. |
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