विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में डिमेंशिया की समस्या को कम करने तथा बढ़ते रोगियों की संख्या में कमी लाने हेतु नये दिशा-निर्देश जारी किये हैं. WHO ने कहा है कि आने वाले तीस वर्षों में डिमेंशिया के रोगियों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हो सकती है.
डिमेंशिया के खतरे को कम करने के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा कई दिशा-निर्देश जारी किये हैं जिसमें प्रमुख रूप से धूम्रपान न करने, नियमित व्यायाम, शराब के सेवन से बचने, वजन को नियंत्रित करने, स्वस्थ आहार लेने तथा रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य बनाए रखने की सलाह प्रमुख रूप से दी गई है.
प्रमुख दिशा-निर्देश
• नियमित व्यायाम: डिमेंशिया में गिरावट लाने के लिए सभी वयस्कों को शारीरिक व्यायाम को नियमित रूप से अपनाना चाहिए.
• धूम्रपान का त्याग: डिमेंशिया और अन्य गंभीर रोगों से बचने के लिए तथा डिमेंशिया के खतरे को कम करने के लिए धूम्रपान जितना जल्दी हो सके, छोड़ देना चाहिए.
• स्वास्थ्यवर्धक भोजन: डिमेंशिया के रोगियों तथा उन सभी वयस्कों को जिन्हें इस रोग का खतरा है उन्हें स्वास्थ्यवर्धक भोजन ही लेना चाहिए. विटामिन बी, ई तथा बैलेंस डाइट लेने से रोग का खतरा कम किया जा सकता है.
• डिप्रेशन से बचें: डब्ल्यूएचओ ने अपने नये दिशा-निर्देशों में कहा है कि लोगों को तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से बचना चाहिए ताकि वे आगे चलकर डिमेंशिया से प्रभावित न हों. इसके लिए उन्हें तनाव होने पर अपने साथियों के साथ बात करनी चाहिए.
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डब्ल्यूएचओ डिमेंशिया रिपोर्ट का आधार
• डब्ल्यूएचओ के यह दिशा-निर्देश उस अध्ययन पर आधारित हैं जो स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिये महत्त्वपूर्ण हैं इसके माध्यम से रोगियों में संज्ञानात्मक गिरावट और डिमेंशिया को रोकने में मदद मिल सकती है.
• डब्ल्यूएचनों इस संदर्भ में ‘आई सपोर्ट’ नामक प्रोग्राम तैयार किया है जो एक ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम है जिसके तहत देखभाल से संबंधित समग्र प्रबंधन, व्यवहार परिवर्तन से निपटने तथा स्वयं स्वास्थ्य की देखभाल करने की सलाह के साथ डिमेंशिया से पीड़ित लोगों की देखभाल की जाती है.
• डिमेंशिया के लिये जोखिम वाले कारकों में कमी लाना डब्ल्यूएचओ की वैश्विक कार्रवाई योजना में शामिल है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) संयुक्त राष्ट्र संघ की एक विशेष एजेंसी है, जिसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य (Public Health) को बढ़ावा देना है. इसकी स्थापना 7 अप्रैल, 1948 को हुई थी. इसका मुख्यालय जिनेवा (स्विट्ज़रलैंड) में स्थित है. डब्ल्यू.एच.ओ. संयुक्त राष्ट्र विकास समूह का सदस्य है. इसकी पूर्ववर्ती संस्था ‘स्वास्थ्य संगठन’ लीग ऑफ नेशंस की एजेंसी थी.
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