जर्मनी के शहर हैम्बर्ग में आयोजित विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाज गौरव ने कांस्य पदक जीता. गौरव बिधूड़ी ने ट्यूनिशिया के बिलेल महमदी को हराकर विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश किया.
इससे पहले, अन्य भारतीयों में अमित फंगल (49 किग्रा) और कविंदर बिष्ट (56 किग्रा) क्वार्टर फाइनल मुकाबला हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गए. एशियाई चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता अमित को उज्बेकिस्तान के ओलंपिक चैंपियन और दूसरी वरीयता प्राप्त हसनबॉय दुसमातोव ने हराया
विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत के गौरव बिधूड़ी ने वाइल्ड कार्ड के माध्यम से जगह बनाई. विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में गौरव बिधूड़ी का शानदार अभियान 31 अगस्त 2017 को कांस्य पदक जीतने के साथ समाप्त हुआ. गौरव अमेरिका के ड्यूक रेगन के विरुद्ध प्रतियोगिता में 56 किग्रा में सेमीफाइनल मुकाबला हार गए.
भारत ने इस बार विश्व चैंपियनशिप में सिर्फ एक ही पदक कांस्य के रूप में जीता. दिल्ली के 24 वर्षीय गौरव कांस्य पदक जीतने के साथ ही भारत के ऐसे चौथे मुक्केबाज बन गए, जिन्होंने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता है.
वह विजेंद्र सिंह (2009), विकास कृष्णन (2011) और शिव थापा (2015) के क्लब में शामिल हो गए. जिन्होंने भारत के लिए विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीते. अब 20 वर्षीय अमेरिकी मुक्केबाज का सामना शनिवार को फाइनल में इंग्लैंड के पीटर मैकग्रेल से होगा.
प्रतियोगिता में अन्य भारतीय अमित फंगल (49 किग्रा) और कविंदर बिष्ट (56 किग्रा) क्वार्टर फाइनल मुकाबला हारकर बाहर हो गए. विश्व चैंपियनशिप में क्वार्टरफाइनल में कवींद्र को दक्षिण कोरियाई मुक्केबाज से शिकस्त मिली.
हालांकि गौरव पिछले सात-आठ महीने से चोट से परेशान हैं. गौरव ने विश्व चैंपियनशिप के माध्यम से अपने हर टूर्नामेंट में क्वार्टर फाइनल से बाहर होने के मिथक को भी तोड़ दिया.
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