28 मार्च 2010 को भारत ने अग्नि-1 का सफल परीक्षण उड़ीसा के भद्रक जिले में व्हीलर द्वीप पर बने अंतरिम परीक्षण रेंज (ITR – Integrated Test Range) से किया. यह परीक्षण भारतीय सेना के द्वारा किया गया.
700 कि.मी. मारक क्षमता वाली यह प्रक्षेपास्त्र 12 टन वजनी और 15 मीटर लंबी है. इसकी आयुध भार क्षमता एक टन की है. सतह से सतह पर मार करने वाली यह प्रक्षेपास्त्र परमाणु क्षमता संपन्न है. ज्ञातव्य हो कि अग्नि-श्रृंखला के प्रक्षेपास्त्रों में सबसे पहले अग्नि-1 का विकास किया गया था और इस प्रक्षेपास्त्र को भारतीय सेना में पहले ही शामिल किया जा चुका है. इसका सर्वप्रथम परीक्षण मई 1989 में किया गया था.
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