नौसेना प्रमुख एडमिरल देवेन्द्र कुमार जोशी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम स्थित नौसेना हवाई अड्डे (INS Dega) पर अत्याधुनिक जेट ट्रेनर विमान हॉक-132 को नौसेना के बेड़े में 6 नवम्बर 2013 को शामिल किया.
विमान को हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने बनाया है. नौसेना को फिलहाल चार विमान सौंपे गए हैं. कुल 17 ऐसे विमान सौंपे जाने हैं.
विश्व भर के 24 से अधिक देशों में हॉक-132 का उपयोग किया जा रहा है और भारतीय वायु सेना इसका उपयोग पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिये करती है.
जेट ट्रेनर विमान हॉक-132 से संबंधित मुख्य तथ्य
• जेट ट्रेनर विमान हॉक-132 चौथी पीढ़ी का अत्याधुनिक जेट ट्रेनर विमान है जो अत्याधुनिक और एडवांस्ड नेविगेशन सिस्टम प्रणाली से लैस है.
• हॉक एमके-132 विमान में दो सीटें हैं.
• यह बहुद्देश्यीय विमान है जिसमें एक रोल्स रॉयस एडोर एमके-871 इंजन लगा हुआ है.
• यह विमान आकाश से आकाश तक मार करने वाली मिसाइल-आकाश से सतह पर दागे जाने वाले राकेट और बम आदि हथियार ढोने में सक्षम है और उन्नत एवं विश्वसनीय नौ संचालन प्रणाली से लैस है.
• इसके पंखे में दो अतिरिकत इंधन टैंक लगाये गये हैं.
विदित हो कि हिंदुस्तान एअरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ नौसेना का 17 हॉक एमके-132 विमानों की आपूर्ति का अनुबंध है. एचएएल बेंगलूर को ब्रिटेन की ब्रिटिश एयरोस्पेस से तकनीकी के स्थानांतरण के अधार पर हॉक-132 को बनाने के लिये लाइसेंस प्राप्त हुआ था.
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