23वें एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) के आर्थिक नेताओं के शिखर सम्मेलन (18-19 नवंबर 2015) के अंतिम दिन फिलीपींस स्थित मनीला में एक घोषणा पत्र जारी किया गया.
घोषणा पत्र में एपेक के सदस्य राष्ट्रों के लिए आने वाले वर्षों में नयी प्रतिबद्धताओं की रूपरेखा दी गयी है. इसमें शामिल हैं:
• समावेशी अर्थव्यवस्थाओं का निर्माण.
• सूक्ष्म, छोटे और मध्यम उद्यमों को क्षेत्रीय एवं वैश्विक बाज़ारों की सहायता से बढ़ावा देना.
• सतत विकासशील एवं बेहतर समुदायों का निर्माण करना.
• मानव विकास पर विशेष ध्यान देना.
• क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण के एजेंडे में वृद्धि.
घोषणा पत्र के मुख्य बिंदु
• व्यापक और महत्वाकांक्षी ढांचागत सुधार के लिए सकारात्मक, आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय परिणामों को प्राप्त करना होगा. इस दिशा में आगे बढ़ने हेतु गुणवत्ता विकास सुदृढ़ीकरण के लिए एपेक रणनीति को अपनाया गया.
• नेताओं ने वित्तीय बाज़ारों में अपनी पकड़ मजबूत करने हेतु समावेशी समाज का निर्माण करने एवं जोखिम को कम करने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की.
• आतंकवाद को वित्तीय सेवाओं से दूर रखना तथा आतंकवाद के विरोध में अंतरराष्ट्रीय सहयोग और एकजुटता के लिए बल दिया जायेगा.
• आने वाले समय में विश्व व्यापार संगठन की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने के लिए नेताओं ने बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली और विश्व व्यापार संगठन की 10वीं मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के समर्थन में एक अलग बयान जारी किया.
• इसमें कहा गया कि संरक्षणवाद के सभी रूपों का विरोध करने के लिए प्रतिस्पर्धी अवमूल्यन से बचना चाहिए और संरक्षणवाद के सभी रूपों का विरोध किया जाना चाहिए.
• वर्ष 2020 तक स्वतंत्र और खुला व्यापार और निवेश के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए बोगोर प्रतिबद्धता को दोहराया गया.
• व्यापार के ऐसे वातावरण का निर्माण किया जायेगा जिनमें मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें.
• इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए अर्थात मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों को अन्तरराष्ट्रीय स्तर प्रदान करने के लिए बोरकैय एक्शन एजेंडा को स्वीकार किया गया.
• स्थायी और आपदा के समय लचीली अर्थव्यवस्थाओं के निर्माण के लिए एपेक आपदा जोखिम न्यूनीकरण (डीआरआर) फ्रेमवर्क का स्वागत किया गया.
• शहरीकरण के विकास के लिए नेताओं ने चीन द्वारा वर्ष 2016 में आरंभ की जा रही एपेक उच्च स्तरीय शहरीकरण समिति का स्वागत किया.
• लोगों को सशक्त बनाने के हमारे प्रयासों को बढ़ाने के लिए उन्हें आर्थिक विकास में भागीदार बनाना होगा.
• व्यापक और व्यवस्थित तरीके से एक एकीकृत समुदाय के लक्ष्य हो प्राप्त करना.
• आर्थिक विकास में सेवा क्षेत्र की भागीदारी को सुनिश्चित करना, इसके लिए एपेक सर्विस कोऑपरेशन फ्रेमवर्क को अपनाया.
यह सम्मेलन इस घोषणा के साथ समाप्त हुआ कि 24वां एपेक सम्मेलन वर्ष 2016 में पेरू में आयोजित किया जायेगा. इसके उपरांत 2017 से 2022 तक विएतनाम, पापुआ न्यू गिनी, मलेशिया, न्यूज़ीलैंड एवं थाईलैंड में आयोजित किया जायेगा. इसके अतिरिक्त नेताओं ने कोरिया द्वारा वर्ष 2025 में मेजबानी करने के निर्णय का भी स्वागत किया.
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