ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल), राज्य के स्वामित्व वाली तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने 9 दिसम्बर 2013 को इक्वाडोर में ईएंडपी अवसरों का मूल्यांकन करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए.
समझौता ज्ञापन पर (एमओयू) इक्वाडोर गणराज्य और ओएनजीसी विदेश लिमिटेड की रणनीतिक क्षेत्रों (MICSE ) के लिए समन्वय मंत्रालय के बीच नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए गए. इसमें एमआईसीएसई की ओऱ से मंत्री राफेल पोवेदा वोनीलिया और ओएनजीसी विदेश की ओर से कुंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डीके सर्राफ, द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे. हस्ताक्षर इक्वाडोर के उपराष्ट्रपति जॉर्ज डेविड ग्लेस ईसपायनल की उपस्थिति में किये गये जो वर्तमान में भारत की यात्रा पर है.
पिछले एक वर्ष से, ओवीएल ने इक्वाडोर में ईएंडपी अवसरों का मूल्यांकन किया है. ओवीएल के लिए प्रमुख क्षेत्र लैटिन अमेरिका है एवं इसकी उपस्थिति ब्राजील, वेनेजुएला और कोलम्बिया में भी है. ओवीएल के तेल उत्पादन में करीब 30 प्रतिशत योगदान इन देशों ने दिया है.
समझौता ज्ञापन पर किये गये हस्ताक्षर के अनुसार, एमआईसीएसई इक्वाडोर में तेल और गैस परियोजनाओं के बारे में ओवीएल को जानकारी प्रदान करेगी. जानकारी के अनुसार, ओवीएल अपने हित की परियोजनाओं की पहचान करने और विशिष्ट निश्चित समझौते के माध्यम से इस तरह की परियोजनाओं में भागीदारी के प्रस्ताव का मूल्यांकन करेगी.
इक्वाडोर, ओपेक का सदस्य हैं और एक तेल उत्पादक और निर्यातक देश है जहां कच्चे तेल का दैनिक उत्पादन 500,000 बैरल किया जाता है. इससे पहले, 20 नवंबर, 2013 को ओएनजीसी विदेश ने वियतनाम, भारत और अन्य देशों में हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में संयुक्त सहयोग को बढ़ावा देने के पेट्रोवियतनाम (PVN ) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे.
ओएनजीसी विदेश लिमिटेड के बारे में (ओवीएल)
ओएनजीसी विदेश लिमिटेड तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ओएनजीसी), भारत की राष्ट्रीय तेल कंपनी की एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है और भारत की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय तेल और गैस अन्वेषण और उत्पादन कंपनी है.
ओवीएल के प्राथमिक व्यापार, तेल और गैस के उत्पादन, विकास सहित भारत के बाहर तेल और गैस की खोज के लिए संभावना पता करना है. वर्तमान में ओवीएल के 16 देशों में 32 परियोजनांए चल रहीं हैं जिसमें रूस, दक्षिण सूडान, सूडान, सीरिया, वेनेजुएला, वियतनाम, अजरबैजान, ब्राजील, कोलंबिया, लीबिया, इराक, कजाखस्तान और म्यांमार शामिल हैं. यह भारत के तेल और प्राकृतिक गैस उत्पादन में 12 प्रतिशत और 7 प्रतिशत योगदान दे रहा है. ओवीएल वर्तमान में 160 हजार बैरल तेल और समतुल्य गैस का प्रति दिन उत्पादन कर रहा है.
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