अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी (पीई) फर्म कार्लाइल ग्रुप ने 22 जून 2015 को मैग्ना एनर्जी लि. में 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर निवेश करने की घोषणा की.
मैग्ना दो पूर्व केयर्न एनर्जी के अधिकारियों द्वारा स्थापित की गई एक नई पेट्रोलियम कंपनी है.
यह निवेश मैग्ना एनर्जी को भारत में अधिग्रहण तथा स्थानीय लाइसेंस हासिल कर पूर्ण तेल व गैस कंपनी बनने में सहायता करेगी और कार्लाइल को उसके इन प्रयासों में धन उपलब्ध कराएगी.
इस समझौते के तहत ऑइल ऐंड गैस अपस्ट्रीम कंपनी मैग्ना एनर्जी भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण एशिया पर ध्यान केंद्रित करेगी. मैग्ना नए लाइसेंसिंग दौर और अक्वीजिशन के जरिये ऑइल-गैस ऐसेट्स बनने के लक्ष्य के साथ दक्षिण एशिया में अग्रसर है.
मैग्ना प्राथमिक रुप से विकास व उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करेगी. भारत के तेल एवं गैस क्षेत्र में किसी एक पेट्रोलियम कंपनी द्वारा किया जाने वाला यह सबसे बड़ा निवेश होगा.
कार्लाइल और मैग्ना एनर्जी लि. के समझौते से भारतीय उपमहाद्वीप में स्थानीय तेल और गैस उद्योग का विकास होगा और ऊर्जा सुरक्षा, रोजगार सृजन और आर्थिक विकास में वृद्धि होगी.
मैग्ना एनर्जी एक नई पेट्रोलियम कंपनी है. मैग्ना की स्थापना राजस्थान के थार मरुस्थल में तेल खोजने वाले माइक वाट्स ने की. उन्होंने वर्ष 2014 में ब्रिटिश कंपनी केयर्न एनर्जी के डिप्टी सीईओ पद से से अवकाश ग्रहण किया था.
गौरतलब है कि वाट्स को ही राजस्थान के थार रेगिस्तान में कच्चे तेल का भंडार के बारे में पता चला था जबकि उसकी जगह रॉयल डच शेल को कोई संभावना नहीं दिखी थी. केजी बेसिन में सबसे पहले प्राकृतिक गैस की खोज भी वाट्स ने ही की. राजस्थान के मंगला ऑयलफील्ड को ढूंढ़ने का श्रेय भी उन्हें ही को जाता है. गुजरात के कैंबे बेसिन में गैस उत्पादन करने वाली कंपनी ऑयलेक्स में मैग्ना की 17 फीसदी इक्विटी है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation