सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कुमारी शैलजा ने राज्य केंद्रीय शिक्षा परिषदों द्वारा संचालित माध्यमिक एवं सीनियर सेकंडरी स्कूल परीक्षा 2013 में उत्तीर्ण हुए अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के मेधावी छात्रों को डॉ अंबेडकर राष्ट्रीय मैरिट पुरस्कार 7 जनवरी 2014 को प्रदान किए.
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कुमारी शैलजा के अनुसार तेरह बोर्डों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दसवीं कक्षा तथा 17 बोर्डों की बारहवीं कक्षा में वर्ष 2013 में 517 मेधावी छात्र इस पुरस्कार के लिए पात्र पाए गए.
10वीं कक्षा अधिकतम अंक पाने वाले 26 छात्रों में 18 लडकियां हैं. इसी प्रकार बारहवीं कक्षा के अधिकतम अंक पाने वाले 71 छात्रों में 42 लडकियां है. छात्रों को बाबा साहब डॉ बीआर अंबेडकर से प्रेरणा लेनी चाहिए और शिक्षा की दिशा में बाबा साहब की बचनबध्ता और लगन का अनुसरण करना चाहिए.
डॉ अंबेडकर राष्ट्रीय मैरिट पुरस्कार
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तत्वाधान में एक स्वायत्तशासी संगठन डॉ अंबेडकर प्रतिष्ठान द्वारा कक्षा 10 और कक्षा 12 परीक्षाओं में छात्रों उनके प्रशंसनीय कार्य निष्पादन को मान्यता एवं प्रोत्साहन देने के लिए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के मेधावी छात्रों को ये पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं. इस पुरस्कार में 1 प्रशस्ति पत्र तथा 2 नगद पुरस्कार होते हैं.
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