केंद्रीय खेल एवं युवा मंत्रालय ने हॉकी इंडिया को राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) का दर्जा 3 मार्च 2014 को प्रदान किया. हॉकी इंडिया को इस खेल के समग्र प्रबन्धन, निर्देशन, नियंत्रण, नियमन और इसके विकास की जिम्मेदारी दी गई है.
हॉकी इंडिया को केंद्रीय खेल एवं युवा मंत्रालय से सहायता और मान्यता जारी रखनी है तो उसे सरकारी दिशानिर्देश और भारतीय राष्ट्रीय खेल विकास संहिता को मानना होगा. हॉकी इंडिया अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा.
किसी भी देश में एक राष्ट्रीय खेल महासंघ के रूप में मान्यता प्राप्त करने लिए जरूरी है कि वह अंतरराष्ट्रीय संस्था से मान्यता प्राप्त हो. इस तरह की मान्यता हासिल करने के लिए किसी राष्ट्रीय खेल संगठन को उस खेल से जुड़े अंतर्राष्ट्रीय संगठन के साथ-साथ भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) की मान्यता मिली होनी चाहिए. एचआई 2009 से ही इस मान्यता को पूरा कर रहा था.
भारतीय ओलम्पिक संघ के अलावा अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ और एशियाई हॉकी महासंघ, एचआई को देश में हॉकी के प्रशासन और विकास के लिए जिम्मेदार संगठन मानते हैं. इन संगठनों की मान्यता के दम पर ही एचआई बीते पांच साल में कई अहम आयोजन करा चुका है, जिनमें विश्व कप (2010) प्रमुख है.
इसके अलावा एचआई ने एफआईएच ओलम्पिक क्वालीफायर, एफआईएच वर्ल्ड लीग राउंड-2, एफआईएच जूनियर विश्व कप (पुरुष) और एफआईएच वर्ल्ड लीग राउंड फाइनल का आयोजन किया. साथ ही साथ एचआई ने एफआईएच की अनुमति से हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) का आयोजन भी कराया.
विदित हो कि केंद्रीय खेल एवं युवा मंत्रालय ने सरकारी दिशानिर्देश नहीं मानने और कुप्रबंधन के कारण वर्ष 2013 में हॉकी इंडिया की मान्यता रद्द कर दी थी.
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