गेल (इंडिया) लिमिटेड और पारादीप पोर्ट ट्रस्ट के मध्य ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पर एक एनएनजी टर्मिलन स्थापित करने हेतु एक समझौते पर हस्ताक्षर 26 अक्टूबर 2013 को किए गए.
समझौते से संबंधित मुख्य तथ्य
• समझौते के तह पारादीप बंदरगाह की क्षमता बढ़ाने के हिस्से के रूप में एक अपतट ब्रेकवाटर का निर्माण किया जाना है, ताकि छोटे आकार के जहाजों की नौवहन क्षमता में सुधार लाया जा सके.
• इसके साथ ही एक एलएनजी रीगैसीफिकेशन टर्मिलन भी बनाया जाना है.
• इसके सतह बंदरगाह पर विभिन्न सुविधाओं के निर्माण पर कुल 3108 करोड़ रुपये निवेश किए जाने हैं.
गैस अथारिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल)
• गैस अथारिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड भारत का एक नवरत्न सार्वजनिक उपक्रम है और भारत की प्रमुख प्राकृतिक गैस कंपनी है.
• गेल में प्राकृतिक गैस मूल्य श्रृंखला (अन्वेषण और उत्पादन, प्रोसेसिंग, संचरण, वितरण और विपणन सहित) के सभी पहलुओं और संबंधित सेवाओं का समावेश है.
• इसका गठन 16 अगस्त 1984 में किया गया था.
पारादीप बंदरगाह से संबंधित मुख्य तथ्य
पारादीप बंदरगाह भारत के प्रमुख बंदरगाहों में से एक है. यह पारादीप, जगतसिंहपुर जिला, ओडिशा में स्थित है. यह महानदी नदी (Mahanadi River) और बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के संगम पर स्थित है. पारादीप बंदरगाह रणनीतिक रूप से कोलकाता और विशाखापत्तनम बंदरगाह के मध्य स्थित है, जिसके कारण यह ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल राज्यों को अपनी सेवाएं प्रदान कर पाता है. यह स्वतंत्रता के बाद पूर्वी तट पर कमीशन होने वाला पहला बड़ा बंदरगाह है.
विदित हो कि पारादीप बंदरगाह सामाजिक लाभ की गतिविधियों में योगदान कर रहा है, जिनमें हाल में आए पाइलीन तूफान में बड़ी राशि का योगदान शामिल है जो बंदरगाह द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में दान दी गई है.
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