चीन की दो शीर्ष परमाणु बिजली कंपनियां– चाइना जनरल न्यूक्लियर पावर ग्रुप (सीजीएन) और चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉर्पोरेशन ने 22 अक्टूबर 2015 को घोषणा की, कि वे तीसरी पीढ़ी के प्रमुख रिएक्टर हुआलॉन्ग 1 के लिए अपनी प्रौद्योगिकियों का मेल करने की योजना बना रहे हैं.
कंपनी बनाने का फैसला हुआलॉन्ग 1 की विदेशी बाजारों में निर्यात में प्रतिस्पर्धा को कम करने के लिए लिया गया.
घोषणा के अनुसार योजना अधिकारियों को पारित कर दी गयी है. इस सम्बन्ध में जल्द ही एक समन्वय बैठक आयोजित की जाएगी. 2015 के अंत तक संयुक्त उपक्रम स्थापित कर लिया जाएगा.
दोनों ही कंपनियों ने अपने संबंधित प्रौद्योगिकियों के आधार पर संयुक्त रूप से 2013 में हुआलॉन्ग 1 के अनुसंधान और विकास का काम शुरु किया और अगस्त 2013 में राष्ट्रीय विशेषज्ञ पैनल द्वारा आम योजना को पारित किया गया.
साल 2014 में यह घोषणा की गई कि प्राथमिक डिजाइन अब विस्तृत डिजाइन का रूप ले रहा है. बिजली उत्पादन 1150 मेगावाट होगा, इसका जीवन 60 वर्ष होगा और इसमें दोहरी रोकथाम के साथ निष्क्रिय और सक्रिय सुरक्षा प्रणाली संयोजन का उपयोग किया जाएगा.
शुरुआत में विलय किए गए डिजाइन को एसीसी 1000 (ACC1000) कहा गया. बाद में इसे हुआलॉन्ग वन या हुआलॉन्ग–1 नाम देने का फैसला किया गया.
अगस्त 2014 में चीनी परमाणु नियामक समीक्षा पैनल ने स्वतंत्र रूप से स्वामित्व बौद्धिक संपदा अधिकारों के साथ इस डिजाइन को तीसरी पीढ़ी के रिएक्टर का डिजाइन बताया.
मई 2015 में हुआलॉन्ग 1 तकनीक का उपयोग कर पहला पायलट प्रोजेक्ट का निर्माण दक्षिण पूर्व चीन के फुजियान प्रांत के फुकिंग में शुरु कर दिया गया है.
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