India Current Affairs 2011. स्वाधीनता के बाद सर्वप्रथम सामाजिक-आर्थिक और जाति आधारित जनगणना 2011 त्रिपुरा राज्य के पश्चिमी त्रिपुरा जिले में हेज़मारा खण्ड के संखोला गांव से 29 जून 2011 को शुरू हुई. इसके अंतर्गत देश भर में घर-घर जाकर जनगणना की जानी है. सम्पूर्ण प्रक्रिया वित्तवर्ष 2011-12 के अंत तक पूरी की जानी है. गरीब परिवारों की पहचान से संबंधित जानकारी का 12वीं पंचवर्षीय योजना (2012-13 से 2016-17) में इस्तेमाल किया जाना है. भारत के महापंजीयक और जनगणना के मुख्य आयुक्त सी चंद्रमौलि तथा त्रिपुरा सरकार के मुख्य सचिव एसके पांडा भी इस अवसर पर उपस्थित थे. सामाजिक-आर्थिक और जाति आधारित जनगणना 2011 के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं.
• बीपीएल जनगणना ग्रामीण विकास मंत्रालय की तकनीकी और वित्तीय सहायता से राज्य सरकारों/संघ शासित प्रशासनों द्वारा किया जाना.
• जनगणना लोगों द्वारा स्वघोषणा पर आधारित होगी.
• जानकारी का सत्यापन और अनुमोदन ग्राम सभा द्वारा किया जाना.
• दावे और आपत्तियां दाखिल करने और उनके निपटान की प्रक्रिया का निर्धारण ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा अलग से किया जाना.
• मंत्रालय बीपीएल सूची के सर्वेक्षण और उसे अंतिम रूप देने का विस्तृत दिशा-निर्देश मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराना.
• इस जनगणना में आंकड़े एकत्र करने के लिए सस्ते हस्तचालित उपकरणों को प्रयोग में लाया जाना है.
• इससे आंकड़े एकत्र करने के बाद उन्हें व्यवस्थित करने में समय की बचत होगी.
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