14 सितंबर: हिन्दी दिवस
देश भर में 14 सितंबर 2014 को हिन्दी दिवस मनाया गया. इस अवसर पर नई दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राजभाषा के रूप में हिन्दी के प्रयोग में उल्लेखनीय योगदान के लिए विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और राष्ट्रीयकृत बैंकों को पुरस्कार प्रदान किये.
देश भर में हिंदी दिवस प्रतिवर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है क्योंकि वर्ष 1949 में आज ही के दिन संविधान सभा ने हिंदी को देश की राजभाषा का दर्जा दिया था.
हिंदी को राजभाषा बनाने का उपबंध संविधान में 14 सितंबर 1949 को जोड़ा गया था. उल्लेखनीय है कि राजभाषा संबंधी प्रस्ताव गोपालस्वामी आयंगर ने प्रस्तुत किया था, जोकि दक्षिण भारतीय थे.
संवैधानिक प्रावधान
26 जनवरी 1950 को लागू भारत के संविधान में अनुच्छेद 343 के उपबंध 1 के तहत देवनागरी लिपि में लिखी जाने वाली हिंदी को भारतीय संघ की राज्यभाषा का दर्जा तो दिया गया, लेकिन इसी अनुच्छेद के उपबंध 3 के तहत यह व्यवस्था भी दी गई कि राजभाषा हिंदी के साथ सहभाषा के रूप मे अगले 15 वर्षों तक अंग्रेजी के प्रयोग का अधिनियम संसद बना सकती है.
वर्ष 1967 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार ने राजभाषा अधिनियम 1963 के खंड 3 (1) मे संशोधन कर अंग्रेजी को अनिश्चित काल के लिए भारत की सहभाषा बना दिया.
भारत में अंग्रेजी की बढ़ती लोकप्रियता के बावजूद आकड़ों के हिसाब से हिन्दी बोलने वालों की संख्या विश्व में तीसरे नंबर पर है. भारत को सही से जानने के लिए विश्व के लगभग 115 शिक्षण संस्थानों में हिन्दी का अध्ययन होता है.
संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषाओं की सूची में हिन्दी शामिल नहीं है लेकिन कई भारतीय नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर हिन्दी में भाषण दिया है.


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