जम्मू और कश्मीर राज्य स्थित शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने विश्व में पश्मीना बकरी का प्रथम सफल क्लोन तैयार किया. शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (SKUAST: Sher-e-Kashmir University of Agriculture Science and Technology, एसकेयूएएसटी) में 9 मार्च 2012 को विश्व में पश्मीना बकरी का प्रथम क्लोन पैदा हुआ.
विश्व में पश्मीना बकरी का प्रथम क्लोन का नाम नूरी रखा गया. शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के पशु जैवप्रौद्योगिकी के एसोसिएट प्रोफेसर रियाज अहमद शाह के नेतृत्व में कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से बकरी के स्वस्थ मादा बच्चे का जन्म कराया गया. एसोसिएट प्रोफेसर रियाज अहमद शाह के दल में उनके सहयोगी नजरी ए गनई, हिलाल मुसादिक, मुजीब फाजिली, एफडी शेख, टीएएस गनई, सैयद हिलाल, माजिद हसन और फिरदौस खान ने दो वर्षों तक काम किया.
ज्ञातव्य हो कि एसोसिएट प्रोफेसर रियाज अहमद शाह ने वर्ष 2009 में भैंस के पहले क्लोन गरिमा को तैयार किया था. उन्होंने हरियाणा के राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान, करनाल में क्लोन तकनीक से गरिमा को तैयार किया था.
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