पीरामल एंटरप्राइजेज ने 10 अप्रैल 2014 को वोडाफोन की अपनी हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की.
पीरामल एंटरप्राइजेज का वोडाफोन इंडिया में 11 फीसदी हिस्सेदारी है, जिसे पीरामल ने ब्रिटिश टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन को 8900 करोड़ रुपये में बेचने की घोषणा की. पीरामल एंटरप्राइजेज ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल के अनुसार कंपनी ने वोडाफोन इंडिया में अपनी समूची हिस्सेदारी (45425328 शेयर अथवा 11 फीसदी पूंजी) वोडाफोन ग्रुप ‘पीएलसी’ की अप्रत्यक्ष सब्सिडियरी प्राइम मेटल्स को 89 अरब रुपये में बेचने पर सहमति जताई है.
विदित हो कि वोडाफोन एवं पीरामल एंटरप्राइजेज के बीच हुआ यह सौदा वोडाफोन के उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वोडाफोन ग्रुप कुल मिलाकर 101.41 अरब रुपये में वोडाफोन इंडिया पर अपना पूर्ण स्वामित्व सुनिश्चित करना चाहती है. साथ ही साथ इस समझौते का मुख्य कारण भारत सरकार के नए टेलीकॉम क्षेत्र में पूंजी निवेश संबंधी नियम भी है, जिसके तहत विदेशी टेलीकॉम कंपनियों को अब भारत की टेलीकॉम कंपनियों में 100 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने की इजाजत मिल गई है.
नोट- ब्रिटिश टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन ने वर्ष 2007 में हचीसन व्हामपोआ की भारतीय यूनिट को 11 अरब डॉलर में खरीद कर भारतीय बाज़ार में प्रवेश किया था.
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