प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर 2014 को गांधीनगर (गुजरात) के महात्मा मंदिर में गुजरात सरकार की 11 नई गरीब हितकारी पहलों ‘स्वावलंबन’ अभियान का शुभारंभ किया. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने श्रमयोगियों, खासतौर पर महिलाओं और युवाओं के लाभ के लिए गरीब हितकारी पहलों की शुरूआत की है, ताकि वे गरीबी से लड़ने में सक्षम हो सकें. इसे ‘श्रमेव जयते’ की भावना के साथ अपनाना चाहिए.
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात में महिलाएं पशुपालन और दुग्ध उत्पादन में आगे हैं. उन्हें इस योजना के माध्यम से लाभांवित और सशक्त बनाया जाएगा.
स्वावलंबन अभियान से जुड़े मुख्य तथ्य
- जनजातीय समुदाय की पशुपालक महिलाओं हेतु दुधारू पशु और उपकरणों की खरीद के लिए वित्तीय सहायता.
- महिलाओं की सहायता हेतु गठित सहकारी समितियों के लिए भूमि का मुफ्त आवंटन की व्यवस्था.
- कम आय वाले परिवारों के लिए माँ वात्सल्य स्वास्थ्य योजना.
- निर्माण मजदूरों के लिए स्वास्थ्य देखभाल के लिए वित्तीय सहायता कि घोषणा.
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय युवा उद्यमिता योजना की घोषणा.
- आईटीआई प्रशिक्षित युवाओं हेतु स्वरोजगार ऋण पर ब्याज सब्सिडी योजना.
- निर्माण श्रमिकों के लिए श्री नानाजी देशमुख आवास योजना.
- रोजगार सरलीकरण और विस्तार सेवाओं के लिए एक नया शीर्ष संगठन के गठन कि योजना.
विदित हो कि गुजरात सरकार की गरीब हितकारी पहल ‘स्वावलंबन’ अभियान का मुख्य उद्देश्य छोटे- छोटे कारोबार शुरू करने हेतु राज्य सरकार द्वारा आर्थिक मदद देकर, राज्य में रोजगार को बढ़ाना है, जिससे राज्य के लोगों में आर्थिक-स्वावलंबन कि स्थिति आ सके. इस अभियान का मुख्य जोर गरीब महिलाओं पर है.
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