प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में घरों में ऊर्जा की बचत करने वाले प्रकाश उपकरणों के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने के कार्यक्रम के तहत 5 जनवरी 2015 को राष्ट्रीय कार्यक्रम आरंभ किया.
- प्रधानमंत्री ने एलईडी आधारित मकान व पथ प्रकाश का एक राष्ट्रीय कार्यक्रम भी शुरू किया. इस पहल से आयात खर्च में कमी आएगी और पर्यावरण की रक्षा भी होगी. एलईडी बल्ब साधारण बल्ब से करीब 50 गुना अधिक समय तक चलता है. इससे बिजली एवं खर्च दोनों की ही बचत होती है.
- प्रधानमंत्री ने एक वेब आधारित प्रणाली शुरू की जिसके जरिए दिल्ली के उपभोक्ता इस कार्यक्रम के तहत एलईडी बल्बों को प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकेंगे.
- प्रधानमंत्री ने घरेलू बिजली बचत योजना (डीईएलपी) के तहत दिल्ली के उपभोक्ताओं द्वारा एलईडी बल्ब प्राप्त करने के आवेदनों के पंजीकरण के लिए एक वेब-आधारित प्रणाली की शुरूआत की. उपभोक्ता वेबसाइट www.eeslindia.org/Delhi-Launch पर या निर्धारित नंबर पर एसएमएस भेजकर पंजीकरण कर सकते हैं.
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं
• एलईडी बल्बों का वितरण मार्च 2015 से एक चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा.
• इस परियोजना के तहत मकानों एवं सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था के लिए 100 शहरों में एलईडी बल्ब लगाने का लक्ष्य रखा गया जिसे मार्च 2016 तक पूरा किया जाएगा.
• दिल्ली में सभी घरेलू उपभोक्ताओं को प्रत्येक 10 रुपये के आरंभिक भुगतान पर एलईडी बल्ब उपलब्ध कराए जाएंगे और प्रत्येक 10 रुपये की वसूली 12 महीने तक उनके बिजली के बिल के जरिए की जाएगी.
• इस तरह से, घरेलू उपभोक्ताओं को इस कार्यक्रम के जरिए 130 रुपये में एक एलईडी बल्ब उपलब्ध कराया जाएगा, जबकि खुले बाजार में एक एलईडी बल्ब का खुदरा मूल्य 350 से 600 रुपये है.
• प्रधानमंत्री ने जिला स्तर पर लक्ष्य निर्धारित करने और एक लाख से अधिक आबादी वाले सभी कस्बों में इस योजना को प्राथमिकता के साथ लागू करने का आह्वान किया.
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