भारत और अमेरिका की ऊर्जा वार्ता 5 मार्च से 11 मार्च 2014 को नई दिल्ली में आयोजित हुई. भारत की ओर से ऊर्जा वार्ता की सह-अध्यक्षता योजना आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. मोंटेक सिंह अहलूवालिया और अमेरिका की ओर से अमेरिकी ऊर्जा विभाग की सचिव डॉ. अर्नेस्ट मोनिज ने की. दोनों पक्षों द्वारा वार्ता के तहत सहयोग के पूरे क्षेत्र की समीक्षा की गयी.
भारत - अमेरिका ऊर्जा वार्ता के मुख्य बिंदु
• वर्ष 2009 में, अमेरिका और भारत स्वच्छ ऊर्जा में नियोजन, अनुसंधान और विकास के लिए उन्नात स्वच्छ ऊर्जा के लिए साझेदारी (पेस) के तहत महत्व्पूर्ण ढंग से सहयोग बढ़ाने पर सहमत बनीं.
• अक्षय ऊर्जा और नई प्रौद्योगिकियों में कार्य दल द्वारा की गई प्रगति, शेल गैस के क्षेत्र में सहयोग, एलएनजी आयात, ऊर्जा दक्षता और कम कार्बन प्रौद्योगिकियों पर चर्चा हुई.
• भारत के ऊर्जा सुरक्षा परिदृश्य, 2047 उपकरण और इस संबंध में मांग और आपूर्ति पक्ष दोनों के हस्तक्षेप की भूमिका के बारे में चर्चा हुई.
• ऊर्जा दक्षता अनुसंधान परियोजनाओं में प्रगति की समीक्षा की गयी.
• संवर्धित ऊर्जा पहुंच को बढ़ावा देने वाले ‘स्वच्छ ऊर्जा के माध्यम से ऊर्जा तक पहुंच को बढ़ावा देना (पीईएसीई)’ की समीक्षा.
भारत - अमेरिका ऊर्जा वार्ता
ऊर्जा वार्ता व्यापक भारत - अमेरिका सामरिक वार्ता का हिस्सा है. ऊर्जा वार्ता को मई 2005 में शुरू किया गया था. ऊर्जा वार्ता की पिछली बैठक सितम्बर 2012 में वाशिंगटन डीसी में आयोजित की गई थी.
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