संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायेद अल नहयान भारत की दो दिवसीय राजकीय यात्रा 27 जून 2011 को संपन्न हो गई. उनके साथ वरिष्ठ अधिकारी तथा एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी आया. जिसमें भारत में बड़े निवेश वाली संयुक्त अरब अमीरात की कंपनियों के सीईओ सम्मिलित थे.
दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय मामलों में विदेश कार्यालयों के बीच आवधिक राजनीतिक परामर्श तथा आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर विचारों के आदान-प्रदान के संबंध में एक द्विपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. इस द्विपक्षीय समझौते ज्ञापन पर भारत के विदेश मंत्री एसएम कृष्णा और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायेद अल नहयान ने 27 जून 2011 को हस्ताक्षर किया. दोनों पक्ष भारत-संयुक्त अरब अमीरात निवेश संबंधों विशेषतः अवसंरचना क्षेत्र में निवेश में पर्याप्त वृद्धि करने के लिए मिल कर काम करने पर सहमत हुए. यह भी सहमति हुई कि वर्ष 2011 के अंत में आर्थिक सहयोग संबंधी संयुक्त आयोग की बैठक आबूधाबी में आयोजित की जाए.
यात्रा के दौरान दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की तथा हाल की क्षेत्रीय घटनाओं और अंतरराष्ट्रीय मामलों में विचार-विमर्श किया. विदेश मंत्री अल नहयान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए भारत की उम्मीदवारी के प्रति संयुक्त अरब अमीरात का पूर्ण समर्थन दोहराया. उन्होंने विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के साथ राजकीय प्रतिनिधिमंडल स्तर पर वार्ता भी की. विदेश मंत्री शेख अल नहयान ने संयुक्त अरब अमीरात में अधिकाधिक भारतीय निवेश तथा अन्य मामलों में सहयोग का स्वागत किया. इस दौरान भारत के उपराष्ट्रपति मुहम्मद हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह से भेंट की.
विदित हो कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच प्रगाढ़ राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रिश्ते हैं जो तेजी से बढ़ रहे हैं. वर्ष 2009-10 के दौरान 43 अरब अमरीकी डालर के द्विपक्षीय व्यापार के साथ भारत, संयुक्त अरब अमीरात का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation