भारत के देवेंद्र झाझरिया ने फ्रांस के ल्योन में आयोजित आईपीसी एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप 2013 (पैरालिंपिक विश्व चैंपियनशिप) के भाला फेंक एफ-47 वर्ग में स्वर्ण पदक 21 जुलाई 2013 को जीता. इसी के साथ वह इस प्रतियोगिता में भारत की ओर से पहला स्वर्ण पदक जीतने वाले व्यक्ति बन गए.
32 वर्षीय देवेंद्र झाझरिया ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 57.04 मीटर दूर भाला फेंककर स्वर्ण पदक हासिल किया. एक दुर्घटना के कारण देवेंद्र का बांया हाथ काटना पड़ा था. देवेंद्र झाझरिया को पैरालिंपिक में ईरान के मीरशेकरी अब्दुलरसूल से काफी कड़ा संघर्ष करना पड़ा. अब्दुलरसूल ने भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 52.62 मीटर दूर भाला फेंककर रजत पदक हासिल किया. मिस्र के इस्माइल महमूद (50.22 मीटर) को कांस्य पदक मिला.
देवेंद्र झाझरिया के शानदार प्रदर्शन से प्रसन्न भारतीय पैरालिंपिक समिति (पीसीआई) के अध्यक्ष सुल्तान अहमद ने देवेंद्र को 5 लाख रुपए पुरस्कार स्वरूप देने की घोषणा की है.
देवेंद्र झाझरिया
• देवेंद्र झाझरिया भारतीय रेलवे में समूह घ के कर्मचारी हैं.
• वह राजस्थान के चुरू जिले के निवासी हैं.
• देवेंद्र झाझरिया के नाम इसके अलावा एफ-46 वर्ग में एथेंस पैरालिंपिक-2004 में 62.15 मीटर भाला फेंकने का विश्व रिकॉर्ड भी है.
• देवेंद्र झाझरिया के कोच द्रोणाचार्य सम्मान से सम्मानित रिपुदमन सिंह औलक हैं. वह देवेंद्र झाझरिया को वर्ष 1997 से प्रशिक्षण दे रहे हैं.
• उन्हें वर्ष 2012 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया. वह यह पुरस्कार पाने वाले पहले पैरालंपियन हैं.
आईपीसी एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप 2013
अंतरराष्ट्रीय परालम्पिक समिति ने इस प्रतियोगिता का आयोजन 19 से 28 जुलाई 2013 तक फ्रांस के ल्योन में किया. आईपीएल विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2013 में 100 देशों के लगभग 1000 से अधिक एथलीटों ने भाग लिया.
विदित हो कि भारत ने 19 से 28 जुलाई 2013 के बीच होने वाली इस चैंपियनशिप के लिए 10 सदस्यीय टीम भेजी. इन सभी दस सदस्यों ने ‘ए’ स्टैंडर्ड का क्वालीफिकेशन हासिल किया.
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