भारत सरकार के उपक्रम भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) ने उत्तराखंड के आपदा पीड़ितों की राहत हेतु मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 20 करोड़ रुपए का अंशदान किया. यह राशि उत्तराखंड में हाल ही में आई अचानक वर्षा और बाढ़ आदि के पीड़ितों की सहायता में खर्च की जानी है.
भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक टीके लाहड़ी और सीआईएल के अध्यक्ष एस नरसिंह राव ने अपने विभाग के मंत्री श्रीयुत श्रीप्रकाश जायसवाल को 4 जुलाई 2013 को इस राशि के चैक प्रस्तुत किए और उनसे अनुरोध किया कि इन्हें प्रधानमंत्री के राहत कोष में दे दिए जाए, ताकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की सहायता कोष में इसे भेजा जा सके.
बीसीसीएल के सभी श्रमिक संघों और बीसीसीएल प्रबंधन ने 2 जुलाई 2013 को सर्वसहमति से प्रधानमंत्री राहत कोष में उत्तराखंड पीडितों की सहायता हेतु अपना एक दिन का वेतन देने का निर्णय किया था. यह राशि 7 करोड़ रुपए बैठती है.
भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल)
बीसीसीएल एक लोक उपक्रम कंपनी है जो कोयला उत्खनन एवं इससे संबंधित गतिविधियों से जुड़ी हुई. देश में कोकिंग कोल का अधिकांश उत्पादन करने के कारण इसका अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है. यह संपूर्ण इस्पात क्षेत्र के कुल प्राइम कोकिंग कोल की मांग का लगभग 50 प्रतिशत पूरा करती है. भारत सरकार द्वारा 16 अक्टूबर 1971 में अधिग्रहण किए जाने के उपरांत देश में उपलब्ध दुर्लभ कोकिंग कोल के संसाधनों के योजनाबद्ध विकास को सुनिश्चित करने हेतु बीसीसीएल को जनवरी 1972 में झरिया एवं रानीगंज कोलफिल्ड में चल रहे कोकिंग कोल खानों (224 खानों) के परिचालन हेतु निगमित किया गया था.
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