रेल मंत्रालय ने भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए सैम पित्रोदा की अध्यक्षता में सात सदस्यीय समिति का गठन 21 सितंबर 2011 को किया. सात सदस्यीय इस समिति का काम भारतीय रेलवे को विकसित करने के साथ-साथ उसे आकर्षक व तेज बनाना है.
भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए सैम पित्रोदा की अध्यक्षता में सात सदस्यीय समिति में एचडीएफसी बैंक के अध्यक्ष दीपक पारेख, भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व अध्यक्ष एमएस वर्मा, फीडबैक इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज के अध्यक्ष विनायक चटर्जी, आइआइएम अहमदाबाद के प्रोफेसर जी रघुराम और रेलवे बोर्ड में सलाहकार (इंफ्रास्ट्रक्चर) रंजन जैन हैं. रंजन जैन को समिति का सचिव बनाया गया.
सात सदस्यीय समिति भारतीय रेलवे के लिए निम्न मसलों पर सुझाव देना है:
• रेलवे ट्रैक को सुरक्षित, मजबूत बनाने के साथ ही उसे माल व यात्री ढोने में सक्षम बनाना
• सभी ट्रेनों में आधुनिकतम इलेक्ट्रानिक कैब सिग्नलिंग का इंतजाम करना
• नई तकनीक के सुरक्षित और तेज यात्री डिब्बों और वैगनों का स्वदेश में उत्पादन बढ़ाना
• स्टेशनों और टर्मिनलों के आधुनिकीकरण एवं उन्नयन
• ट्रेन संचालन एवं यात्री व माल सेवाओं में सूचना प्रौद्योगिकी का अधिकतम इस्तेमाल कैसे हो
• परियोजनाओं की मंजूरी में किस तरह से तेजी लाई जाए जिससे वे समय पर पूरी हों
• परियोजनाओं के लिए पूंजी का इंतजाम कैसे और कहां से होगा तथा निजी क्षेत्र की भागीदारी किस तरह तेज की जा सकती है
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