भारतीय संचार उपग्रह जीसैट-16 का फ्रेंच गुयाना के कोरू अंतरिक्ष केंद्र से 7 दिसंबर 2014 को सफल प्रक्षेपण किया गया. जीसैट-16 को एरियन स्पेस के यूरोपीय एरियन -5 प्रक्षेपण यान वीए221 से प्रक्षेपित किया गया.
एरियन-5 को उड़ान के 32 मिनट और 20.4 सेकंड बाद जीसैट-16 को जीओसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (जीटीओ) में भेज दिया गया. कर्नाटक के हासन स्थित इसरो की ‘मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी’ (एमसीएफ) ने उपग्रह से संकेत प्राप्त किया और उपग्रह को अपने नियंत्रण में ले लिया.
जीसैट -16 के बारे में
- जीसैट-16 उपग्रह 12 दिसंबर 2014 को जीओस्टेशनरी ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा और इसके बाद उपग्रह का संचार ट्रांसपोंडर ऑर्बिट परीक्षण के लिए चालू किया जाएगा.
- उपग्रह का प्रक्षेपण 5 दिसंबर 2014 को निर्धारित था लेकिन खराब मौसम के कारण इसमें दो दिन की देरी हो गई.
- जीएसटी-16 का निर्माण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) बेंगलूरू में किया गया. एरियनस्पेस द्वारा प्रक्षेपित यह इसरो का 18वां उपग्रह है.
- जीएसटी-16 का भार 3181.6 किलोग्राम है और इसमें 48 ट्रांसपोंडर लगे हैं.
- जीएसटी-16 को इनसैट-3E से बदल दिया जाएगा, जो अप्रैल 2014 में 55 डिग्री पूर्वी देशांतर पर समाप्त हो चुका है.
- जीसैट-16 उपग्रह का कार्यकाल 12 वर्ष का है जिसका उपयोग सरकारी और निजी टीवी एवं रेडियो सेवाओं, वृहद स्तरीय इंटरनेट और टेलीफोन के संचालन में किया जाएगा.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation