प्रिंसटन यूनिवर्सिटी और कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने शोध में पाया है कि मंगल ग्रह पर मौजूद 5.6 किलोमीटर ऊंचे टीले का निर्माण मंगल ग्रह के धूल धूसरित वातावरण के कारण हुआ. इस टीले को माउंट शार्प के नाम से जाना जाता है. वैज्ञानिक अब तक मानते रहे हैं कि मंगल ग्रह पर मौजूद 5.6 किलोमीटर ऊंचे टीले का निर्माण झील की गाद से हुआ है.
यह नया शोध उस प्रचलित सिद्धात के विरुद्ध है जिसमें उल्लेखित है कि माउंट शार्प का निर्माण झील में जमा गाद से हुआ. इसका यह मतलब हो सकता है कि मंगल पर पूर्व में पृथ्वी जैसी जलवायु होने के बारे में अधिकाश वैज्ञानिक जितनी उम्मीद करते हैं, उससे कम ही प्रमाण मौजूद हैं.
विदित हो कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का रोवर क्यूरियोसिटी अगस्त 2012 में माउंट शार्प के निकट उतरा था. यह मंगल ग्रह पर आवास के योग्य वातावरण का पता लगाने के उद्देश्य से वहां गया था. दिसंबर 2012 में क्यूरियोसिटी को मंगल पर चिकनी मिट्टी, जल और कार्बनिक पदार्थ की मौजूदगी के संकेत मिले थे.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation