मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने भारतीय विदेश सेवा (1974) के अधिकारी रंजन मथाई को विदेश सचिव के पद पर नियुक्ति की मंजूरी प्रदान की. यह मंजूरी 28 जून 2011 को दी गई. इन्होंने निरुपमा राव का स्थान लिया. यह नियुक्ति 31 जुलाई 2011 को निरुपमा राव की सेवानिवृत्ति से दो वर्ष की अवधि के लिए है. रंजन मथाई विदेश सचिव नियुक्त होने से पूर्व फ्रांस में भारत के राजदूत थे. रंजन मथाई को अपना कार्यभार 1 अगस्त 2011 को ग्रहण करना है.
रंजन मथाई ने पूणे के फ़र्गुसन कालेज से शिक्षा प्राप्त की है और उनके पिता स्थानीय राष्ट्रीय सुरक्षा अकादमी में शिक्षक थे. राजनीति शास्त्र में एमए करने के बाद साल 1974 में उन्होंने भारतीय विदेश सेवा में काम शुरु किया था. वह जनवरी 1995 से लेकर फरवरी 1998 तक विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव रहे और बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार एवं मालदीव से भारत के संबंधों को देखने वाले विभाग के प्रमुख बने. वह फरवरी 1998 से जून 2001 तक इस्राइल में भारत के राजदूत रहे जबकि अगस्त 2001 से जुलाई 2005 तक कतर में राजदूत रहे. उन्होंने अगस्त 2005 से जनवरी 2007 तक लंदन में भारत के उप उच्चायुक्त की जिम्मेदारी निभाई.
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