देशीय हैंडसेट निर्माता कम्पनी माइक्रोमैक्स ने कोरियाई इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग को पीछे छोड़कर भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन विक्रेता कम्पनी बन गई है. इसकी पुष्टि 4 फ़रवरी 2015 को अनुसंधान फर्म कैंलासिस द्वारा जारी एक रिपोर्ट से हुई.
रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में माइक्रोमैक्स ने भारत में सैमसंग की 20 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी की तुलना में 22 प्रतिशत हिस्सेदारी प्राप्त की.
भारत में अबतक शीर्ष चार कम्पनियां माइक्रोमैक्स, सैमसंग, कार्बन और लावा थी.
माइक्रोमैक्स ने मुख्यता 9000 से 12000 रुपय के हैंडसेट जैसे कैनवास नाईटरो और कैनवास ह्यू जैसे उत्पादों पार विशेष ध्यान केन्द्रित किया,जिससे कम्पनी को शीर्ष स्थान पाने में मदद मिली.
पिछली कुछ तिमाहियों के दौरान सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी माइक्रोमैक्स, लावा, कार्बन जैसी घरेलू कम्पनियों के साथ ही वैश्विक प्रतिद्वंद्वियों मोटोरोला और ज़ियोमी से कम हुई है.
वैश्विक स्तर पर भी सैमसंग एप्पल और चीनी तकनीक प्रमुख ज़ियोमी से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही थी.इस तरह से स्मार्टफोन बाजार में सैमसंग की हिस्सेदारी कुछ वर्षों में कम हुई है.
2014 में सैमसंग की वैश्विक स्मार्टफोन बाजार में 24.5 प्रतिशत हिस्सेदारी थी.2013 में 31.3 प्रतिशत और 2012 में 30.3 प्रतिशत हिस्सेदारी थी.
एप्पल आईफोन लगभग तीन साल के बाद प्रतिद्वंदी सैमसंग के साथ अपने अंतर को कम करने में कामयाब रहा.एप्पल आईफोन की बिक्री 2014 में ब्रिक्स देश ब्राजील, रूस, भारत और चीन के साथ अमेरिका में भी बढ़ी है.
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