राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में वर्ष 2011-2012 के लिए खाद्यान का उत्पादन बढ़ाने में अनुकरणीय कार्य करने पर 8 राज्यों को कृषि कर्मण पुरस्कार 15 जनवरी 2013 को प्रदान किए. इसके साथ ही 10 अन्य राज्यों को प्रशस्ति पुरस्कार (Commendation awards) से सम्मानित किया गया.
वर्ष 2011-2012 के कृषि कर्मण पुरस्कार के मुख्य बिंदु:
• मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, मणिपुर और नगालैंड को खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाने में विशेष योगदान के लिए 2 करोड़ रुपए (प्रत्येक) प्रदान किए गए.
• व्यक्तिगत फसल श्रेणी (An individual crop category) में बिहार, हरियाणा, झारखंड और उत्तर प्रदेश को 1 करोड़ रुपए की राशि (प्रत्येक) प्रदान कर सम्मानित किया गया.
• पंजाब, असम, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, राजस्थान, गुजरात, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम और हिमाचल प्रदेश को प्रशस्ति पुरस्कार (Commendation awards) से सम्मानित किया गया.
• पहली बार एक महिला किसान और एक पुरुष किसान को खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाने में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया.
• राज्यों की ओर से पुरस्कारों को मुख्यमंत्रियों ने प्राप्त किया, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने अपने राज्यों की ओर से पुरस्कार प्राप्त किए.
कृषि कर्मण पुरस्कार
कृषि कर्मण पुरस्कार को वर्ष 2010-2011 में स्थापित किया गया. इस पुरस्कार के तहत खाद्यान्न उत्पादन में राज्यों द्वारा किए गए प्रयासों को सम्मानित किया जाता है. यह पुरस्कार दो श्रेणियों हेतु प्रदान किया जाता है, पहली श्रेणी के तहत कुल खाद्यान्न उत्पादन में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों को पुरस्कार दिया जाता है और दूसरी श्रेणी में चावल, गेहूं, दालों और मोटे अनाज की व्यक्तिगत खाद्यान्न फसलों के उत्पादन में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों को सम्मानित किया जात है.
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