भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कायार्लय (एनएसएसओ) ने 30 जून 2015 को 'सामाजिक उपभोग : शिक्षा’पर एक सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी की है.
यह सर्वेक्षण एनएसएस के 71वें दौर के भाग के रूप में वर्ष 2014 के जनवरी से जून माह में किया गया.
इस सर्वेक्षण में भारत के सभी राज्यों और संघ शासित क्षेत्रों में फैले 4577 गाँवों और 3720 शहरी ब्लॉकों को शामिल किया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों के कुल 36479 परिवारों तथा शहरी क्षेत्रों के 29447 परिवारों से सूचना एकत्र की गई.
सर्वेक्षण के मुख्य तथ्य –
• भारत में वर्ष 2014 में जनवरी से जून माह के दौरान 7 वर्ष और उससे ऊपर की आयु के व्यक्तियों में साक्षरता दर 75% थी. शहरी क्षेत्रों में 86% की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता दर 71% थी.
• 7 वर्ष और उससे ऊपर की आयु के व्यक्तियों की साक्षरता में भिन्नता देखी गई जिसमें परूष साक्षरता दर (83%) और महिला साक्षरता दर (67%) थी.
• भारत में प्रौढ़ (15 वर्ष और उससे ऊपर की आयु) शिक्षा की दर लगभग 71% थी.
• ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 4.5% पुरुषों और 2.2% महिलाओं ने स्नातक और इससे ऊपर के स्तर की शिक्षा पूर्ण की जबकि शहरी क्षेत्रों में 17% पुरुषों और 13% महिलाओं ने इस स्तर की शिक्षा पूर्ण की है.
• जनवरी से जून माह के दौरान 5 से 29 आयु वर्ग समूह में ग्रामीण क्षेत्रों में 58.7% पुरुष और 53% महिलाएँ शैक्षणिक संस्थानों में उपस्थित हो रहे थे. शहरी क्षेत्रों के लिए यह प्रतीशत पुरुषों में 57% तथा महिलाओं में 54.6% था.
• भारत में 15-29 वर्ष के आयु समूह में लगभग 85% छात्र सामान्य शिक्षा प्राप्त कर रहे थे . 15 से 29 वर्ष के आयु समूह में लगभग 12.6% और 2.4% छात्र क्रमशः तकनीकी / पेशेवर और व्यवसायिक पाठ्यक्रम पढ़ रहे थे.
• भारत में 15-29 वर्ष के आयु समूह में पढ़ाई बीच में छोड़ने वालों का अनुपात, ग्रामीण क्षेत्रों में 33% तथा शहरी क्षेत्रों में 38% था.
• जनवरी से जून माह के दौरान 14-29 वर्ष के आय के व्यक्तियों में ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 18% और शहरी क्षेत्रों में लगभग 49% व्यक्ति कम्प्यूटर प्रयोग करने में समर्थ थे.
'सामाजिक उपभोगः शिक्षा' सर्वेक्षण का मख्य उद्देश्य -
(क) शिक्षा प्राप्ति के लक्ष्य में 5-29 वर्ष तक की आयु के व्यक्तियों की सहभागिता (ख) सरकार द्वारा प्रदान किए गए शैक्षिक ढांचे, सुविधाओं और प्रोत्साहन के प्रयोग की मात्रा (ग) परिवार द्वारा शिक्षा पर किया गया निजी खर्च (घ) ड्रॉप-आउट और शिक्षा अधूरी छोड़ने के रूप में शैक्षणिक क्षय की मात्रा और उसके कारण (ड़) 14 वर्ष और उससे ऊपर की आयु के व्यक्तियों में सूचना प्रौद्योगिकी साक्षरता का आकलन करना है.
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