केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने 18 जून 2013 को भारत के पहले इंफ्रास्ट्रक्चर बांड का उद्घाटन किया. इस बांड का उद्देश्य इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना है.
इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी लिमिटेड (आईआईएफसीएल-IIFCL) म्यूचुएल फंड की एक बिलियन डॉलर मूल्य की आईडीएफ योजना के अंतगर्त इस इंफ्रास्ट्रक्चर डेट फंड का उद्घाटन करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि बीमा एवं पेशन क्षेत्र के दीर्घकालिक फंडों से संसाधनों को इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की ओर उन्मुख करना वर्तमान परिदृश्य में काफी महत्वपूर्ण हो चुका है. दीर्घकालिक प्रकिया वाले इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के वित्तीय विकल्प निवेशकों को उपलब्ध कराने के दूरगामी परिणाम होंगे.
इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी लिमिटेड (आईआईएफसीएल-IIFCL)
आईआईएफसीएल की स्थापना जनवरी 2006 में पूर्ण रूप से भारत सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी के रूप में की गयी थी, हालांकि इस प्रचालन अप्रैल 2006 में आरम्भ हो सका. इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में वित्तीय प्रवाह को प्रगाढ़ बनाने के उद्देश्य से वर्ष 2005-06 के आम बजट में इंफ्रास्ट्रक्टर आधारित परियोजनाओं के लिए वित्तीय प्रवाह को एक विशिष्ट उद्देश्यगत वाहक (Special Purpose Vehicle-एसपीवी) के माध्यम से किये जाने का प्रस्ताव किया गया था. यह प्रस्ताव किया गया कि एसपीवी दीर्घकालिक परिपक्वता के लिए ऋण के रूप में सीधे तौर पर परियोजना को वित्त मुहैया कराएगा. यह वित्तीय सहायता बैंकिंग एवं वित्तीय संस्थाओं की ओर से जारी प्रवाह का संपूरक होगा.
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