विद्या देवी भंडारी 28 अक्टूबर 2015 को नेपाल की राष्ट्रपति निर्वाचित हुई. वह नेपाल की पहली महिला राष्ट्रपति हैं.
विद्या देवी भंडारी को नेपाल की संसद में 327 वोट मिले हैं, जबकि प्रतिद्वंद्वी को सिर्फ 214 वोट ही मिल पाए.
20 सितम्बर 2015 को नेपाल में संविधान लागू होने के साथ ही तत्कालीन राष्ट्रपति राम बरन यादव ने इस्तीफा दे दिया था जिसके परिणामस्वरूप नेपाल में राष्ट्रपति के पद के लिए चुनाव अनिवार्य हो गया.
नेपाल में विद्या देवी भंडारी को लंबे समय से महिलाओं के अधिकारों की वकालत के लिए जाना जाता है. वर्तमान में, वह नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) की उपाध्यक्ष हैं. प्रधानमंत्री खड्ग प्रसाद ओली भी इसी पार्टी से है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation