चीन के पीकिंग विश्वविद्यालय और एरिजोना विश्वविद्यालय के खगोलविदों के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की अंतरराष्ट्रीय टीम ने 12 बिलियन सौर द्रव्यमान के विशाल ब्लैक होल क्वासर SDSS J0 100+2802 की खोज की. यह निष्कर्ष 26 फरवरी 2015 को जर्नल नेचर में प्रकाशित किया गया और पीकिंग विश्वविद्यालय के प्रो ज़ू-बिंग वू इस अध्ययन के लेखक है.
अध्ययन के निष्कर्ष
• SDSS J0100 + 2802 नामित क्वासर पृथ्वी से 12.8 अरब प्रकाश वर्ष की दूरी पर है. इस क्वासर में 420 ट्रिलियन सूर्य का प्रकाश है.
• यह कैसर सबसे दूर कैसर से सात गुना चमकदार है जो 13 बिलियन वर्ष दूर है.
यह खोज कैसे की गई?
• क्वासर की सबसे पहले चीन के युन्नान में 2.4 मीटर लिजिआंग टेलीस्कोप द्वारा खोज की गई. यह एकमात्र ऐसा क्वासर है जो इस दूरी पर 2 मीटर टेलीस्कोप द्वारा खोजा गया.
• आरंभिक खोज के बाद दक्षिणी एरिजोना में 8.4 मीटर दूरबीन टेलीस्कोप और 6.5 मीटर मल्टीपल मिरर टेलीस्कोप से ब्लैक होल की दूरी और भार का निर्धारण किया गया.
• चिली के लास केंपानास प्रयोगशाला में स्थित 6.5 मीटर मैगलन टेलीस्कोप और हवाई के मौना की में स्थित 8.2 मीटर जेमिनी नार्थ टेलीस्कोप ने भी परिणाम की पुष्टि की.
खोज का महत्व
यह क्वासर प्रारंभिक ब्रह्मांड के निर्माण और आकाशगंगा के अध्ययन हेतु प्रयोगशाला का काम करेगा. इसके अलावा यह वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष के तापमान, आयनीकरण और धातु सामग्री के मापन में साहयता प्रदान करेगा.
क्वासर के बारे में
क्वासर की वर्ष 1963 में खोज की गई. क्वासर मिल्की वे आकाशगंगा से परे सबसे शक्तिशाली ऑब्जेक्ट हैं. अब तक खगोलविद् 200000 से अधिक क्वासर की खोज कर चुके हैं जिनकी आयु बिग बैंग के बाद से अब तक 0.7 बिलियन है.
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