पाकिस्तान में मौत की सजा का सामना कर रहे भारतीय कैदी सरबजीत सिंह का लाहौर के जिन्ना अस्पताल में 2 मई 2013 को निधन हो गया. वह 49 वर्ष के थे. सरबजीत सिंह की मृत्यु कड़ी सुरक्षा वाली कोट लखपत जेल में कैदियों द्वारा हमला किए जाने के कारण कोमा में रहने के बाद हुई.
सरबजीत सिंह को वर्ष 1990 में पंजाब प्रांत में हुए कई बम विस्फोटों में कथित रूप से उनकी संलिप्तता के लिए दोषी ठहराया गया था. इस हमले में 14 लोग मारे गए थे.
विदित हो कि सरबजीत सिंह को 30 अगस्त 1990 में पाकिस्तान सीमा में प्रवेश के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. लाहौर और मुल्तान में बम विस्फोट के आरोप में सरबजीत सिंह को मौत की सजा सुनाई गई थी. पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने सरबजीत सिंह की फांसी की सजा को 26 जून 2012 को उम्रकैद में बदला.
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