सर्वोच्च न्यायालय ने वन और पर्यावरण संबंधी मामलों के त्वरित निपटारे के लिए 16 जुलाई 2010 को एक दूसरी वन्य पीठ (फारेस्ट बेंच) का गठन किया. नई पीठ की अध्यक्षता न्यायमूर्ति बी सुदर्शन रेड्डी करेंगे. यह फैसला वन एवं पर्यावरण मामलों की संख्या में कई गुना वृद्धि के मद्देनजर लिया गया. प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एस.एच. कपाड़िया पहले पीठ की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें खनन संबंधित मामालों की सुनवाई होगी.
दूसरी वन्य पीठ के अंतर्गत निम्नलिखित मामलों की सुनवाई होगी:
I. लकड़ियों की कटाई, प्लायवुड, लाइसेंस संबंधी
II. निर्माण, सड़क निर्माण या चौड़ीकरण संबंधी
III. अवैध कटाई, पेड़-पौधों की तस्करी, चन्दन की लकड़ी और तेंदू के पत्ते की तस्करी संबंधी
IV. बाघ, पक्षी, जंगली जीव अभ्यारण संबंधी
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