ली सियान लूंग (Lee Hsien Loong) की सत्तारूढ़ पीपल्स एक्शन पार्टी (Ruling People's Action Party) ने 11 सितंबर 2015 को सिंगापुर के आम चुनाव में भारी बहुमत से जीत दर्ज की.
गौरतलब है कि पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) सिंगापुर की आजादी के बाद से ही सत्ता पर काबिज है. पीएपी को 89 सदस्यीय संसद में से 83 सीटों पर जीत मिली, जबकि विपक्षी वर्कर्स पार्टी को मात्र छह सीटें मिली.
वर्ष 2015 के संसदीय चुनावों में पीएपी को 69.86 प्रतिशत वोट मिले, जो वर्ष 2001 में पार्टी को मिली भारी जीत के दौरान मिले 75.3 प्रतिशत वोट के बाद सर्वाधिक है.
सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियान लूंग (Prime Minister Lee Hsien Loong) पीपल्स एक्शन पार्टी (People's Action Party) के अध्यक्ष हैं जो गणतंत्र के संस्थापक दिवंगत ली कुआन यू के ज्येष्ठ पुत्र हैं. विदित हो कि पीपल्स एक्शन पार्टी (People's Action Party) वर्ष 1965 से ही लगातार सत्ता में रही है. वर्ष1965 में ही सिंगापुर एक स्वतंत्र राज्य बना था.
प्रधानमंत्री ली अपनी सामूहिक प्रतिनिधित्व सीट (जीआरसी) आंग मो कोई से दोबारा चुन लिए गए. जीआरसी सिंगापुर में एक प्रकार का निर्वाचन संभाग या संसदीय क्षेत्र है जहां से सांसद एक समूह में चुनकर संसद जाते हैं.
सिंगापुर की आजादी के बाद से लेकर अभी तक पिछले 50 वर्षों से देश में पीएपी का ही शासन है. वर्ष 1965 में सिंगापुर को आजादी मिलने के बाद से देश में राजनीति पर सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) का वर्चस्व रहा है. पीपुल्स एक्शन पार्टी की स्थापना लूंग के पिता ली कुआन यीव ने की.
देश के 12वें आम चुनाव में 20 लाख से अधिक लोगों ने मतदान किया. चुनाव में 9 राजनीतिक दल के कुल 181 उम्मीदवारों ने भाग लिया, जिसमें भारतीय मूल के 21 सिंगापुरी नागरिक भी शामिल थे.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation