सिंगापुर में भारतीय शास्त्रीय नृत्य के अग्रदूत केपी भास्कर का हृदय संबंधी बीमारी के चलते 17 अप्रैल 2013 को निधन हो गया. वह 88 वर्ष के थे.
केपी भास्कर के जीवन से संबंधित मुख्य तथ्य
• केपी भास्कर वर्ष 1952 में सिंगापुर आए और वहां पहले भारतीय शास्त्रीय नृत्य प्रशिक्षक बने.
• भास्कर और शांता 1950 और 1960 के दशकों में बेहद कम बजट में सिंगापुर और मलयेशिया में भारतीय शास्त्रीय नृत्य सिखाते थे.
• वह शुरुआत में भरतनाट्यम सिखाते थे लेकिन बाद में उन्होंने अपनी अकादमी का विस्तार करके वहां अन्य शास्त्रीय नृत्य सिखाना शुरू कर दिया.
• भास्कर ने नृत्यालय एस्थेटिक्स सोसाइटी की स्थापना की और वह सिंगापुर में कला और संस्कृतियों से जुड़े कई संस्थानों के सदस्य थे.
• उन्हें उनकी सेवाओं के लिए कई पुरस्कार प्रदान किए गए जिनमें सिंगापुर मेरीटोरियस सर्विस मेडल, भारतीय कवि सुधानंद भरतियार से नाट्य कलानिधि, वर्ष 1999 में चेन्नई स्थिम एमबीके ट्रस्ट से कला विपंची का खिताब और वर्ष 2003 में चंडीगढ़ स्थित प्राचीन कला केंद्र से नृत्य शिरोमणि डाक्ट्रेट शामिल है.
• केपी भास्कर का जन्म वर्ष 1925 में केरल में हुआ था.
• उनके परिवार में उनकी पत्नी शास्त्रीय नृत्यांगना, कोरियोग्राफर शांता (74) तीन बच्चे और चार पोते पोतियां हैं.
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