इस्लामिक स्टेट ऑफ़ ईराक एंड सीरिया के उग्रवादियों ने 22 मई 2015 को सीरिया के ऐतिहासक शहर पल्माइरा पर पूरी तरह से कब्ज़ा कर लिया.
यूनेस्को के अनुसार पल्माइरा दो हजार वर्ष पुराना शहर है. इसे 1980 में विश्व धरोहर का दर्जा दिया गया था. सीरिया में मार्च 2011 में ग्रहयुद्ध शुरू होने से पहले यह शहर मध्य पूर्व के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक था. रेगिस्तान के बीच स्थित यह शहर व्यापार का भी प्रमुख केंद्र हुआ करता था.
इसके अतिरिक्त विश्व के सबसे प्राचीन खंडहर भी इस शहर में मौजूद हैं. यह प्राचीन खंडहर सीरिया की राजधानी दमिश्क और दिर अल-जौर शहर के मध्य स्थित है.
दिर अल-जौर शहर में मौजूद तेल और गैस क्षेत्रों से सीरिया की सरकार देश के पश्चिमीं शहरों और सरकार के नियंत्रण में आने वाले क्षेत्रों को बिजली उत्पन्न करती है.
इससे पूर्व मार्च 2015 में आईएस के आतंकियों ने यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित हतरा और निरमुद शहरों को भी नुकसान पहुँचाया था.
विदित हो पल्माइरा विश्व के प्राचीन सांस्कृतिक केन्द्रों में से एक है और यह पौराणिक दृष्टी से भी सीरिया का महत्वपूर्ण शहर है. विश्वप्रसिद्ध ‘टेम्पल ऑफ़ बेल’ इसी शहर में स्थित है.

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