प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक कार्य समिति (सीसीईए) ने 17 जून 2015 को वर्ष 2015-16 ऋतु के लिए खरीफ फसलों के न्यूंनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दी.
कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के आधार पर वर्ष 2015-16 ऋतु के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को मंजूरी दी गई. यह आयोग उत्पादन की लागत, समग्र मांग-आपूर्ति, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कीमत, अंतर-फसल कीमत तुल्यता, कृषि एवं गैरकृषि क्षेत्र के बीच व्यापार की शर्तों को ध्यान में रखते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य की सिफारिश करता है.
सीसीईए ने दालों की भारी कमी की तुलना में मोटे अनाज की विशाल अधिशेष मात्रा के मद्देनजर मंत्रिमंडल ने दालों पर 200 रुपये प्रति क्विंटल बोनस देने का फैसला किया. घरेलू उत्पादन को बढ़ाने और आयात को कम करने के लिए समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की गई.
बोनस शामिल किये जाने के बाद वर्ष 2015-16 के लिये तुर (अरहर) और उड़द दोनों के लिये एमएसपी 4625 रुपये तय किया गया. यह वर्ष 2014-15 की तुलना में 275 रुपये प्रति क्विंटल अधिक है. मूंग की एमएसपी 250 रुपए बढ़ाकर 4850 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया.
सामान्य धान के वर्ष 2014-15 के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1360 रुपये को बढ़ाकर 1410 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया. ग्रेड ए वाले धान का मूल्य बढ़कर 1450 रुपये प्रति क्विंटल हो गया. इनमें कुल 50 रुपये की वृद्धि की गई.
ज्वार का एमएसपी 40 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 1570 रुपये (हाइब्रिड) व 1590 रुपये (मालडांडी) कर दिया गया. बाजरा का मूल्य 25 रुपये बढ़ाकर 1275 रुपये और मक्का का एमएसपी 15 रुपये बढ़ाकर 1325 रुपये प्रति क्विंटल किया गया.
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